दो दिन के हाथी के शावक की मौत, निमोनिया होने का दावा

4 दिन पहले करंट से चल बसा था एक हाथी

कोरबा। कोरबा जिले के पसरखेत रेंज अंतर्गत बगधरीडांड में एक हाथी के नवजात शावक की मौत हो गई। वह केवल दो दिन का था। उसकी मौत से वन विभाग की परेशानी बढ़ गई है। इस बीच दावे किए जा रहे हैं कि निमोनिया होने से शावक चल बसा। इससे पहले कुदमुरा रेंज में करंट से एक हाथी की मौत को लेकर फॉरेस्ट ने टीआर राठिया को कब्जे में लिया।

वन मंडल कोरबा में हाथियों की आवाजाही के साथ उनका उत्पात काफी समय से बना हुआ है। ऐसी घटनाओं में न केवल जनहानि हो रही है बल्कि ग्रामीणों की संपत्ति को नुकसान भी हो रहा है। हाथी उत्पात पर नियंत्रण के लिए कई प्रकार की कोशिश की जा रही है लेकिन नतीजे सिफर है। इधर हाथी के एक नवजात की पसरखेत रेंज में मौत हो गई। बगधरीडांड में उसका शव मिला।

बताया गया कि दो दिन पहले ही मादा हाथी ने उसे जन्म दिया था। हाथियों का झुण्ड उसकी घेराबंदी कर सुरक्षा में लगा था। वहीं फॉरेस्ट की टीम अपने स्तर पर निगरानी में लगी थी। आसपास के लोगों को सतर्क किया गया था कि वे हाथियों के नजदीक न जाएं, क्योंकि स्थिति जोखिम भरी है और ऐसे में समस्या हो सकती है। इन सबके बीच हाथी के शावक की मौत हो गई। इसे लेकर विभाग की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

जबकि डीएफओ कुमार निशांत  का कहना है कि निमोनिया के कारण हाथी के शावक की मौत हो गई। पशु चिकित्सकों ने वाईल्ड लाइफ की टीम की मौजूदगी में उसका पोस्टमार्टम किया है। इसके पश्चात नियमानुसार अंतिम संस्कार करा दिया गया। इस मामले में अनावश्यक रूप से सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं है।