दुष्कर्म मामले के आरोपी जेल से फरार,10 हजार का पुरस्कार किया घोषित                                 

कोरबा। कोरबा के रिस्दी रोड स्थित जिला जेल की 25 फीट ऊंची चारदीवारी फांद कर फरार हुए चार आरोपियों ने जेल प्रबंधन के साथ पुलिस के लिए परेशानी खड़ी कर दी। घटना के बाद से ही इस दिशा में काम किया जा रहा है।

आरोपियों को खोजने के लिए दो टीमें बनाई गईं हैं। इसके अलावा साइबर सेल को भी काम पर लगाया गया है। दोनों टीम में निरीक्षक सहित पुलिस जवान शामिल किए गए हैं।

अलग-अलग स्तर पर इन्हें टास्क दिया गया है ताकि यहां-वहां से मिलने वाले इनपुट पर काम किया जा सके। इस बीच पुलिस ने ईनाम की घोषणा भी कर दी है।

बताया गया कि पॉक्सो और बलात्कार के मामले में राजा कंवर पिता टीका राम कंवर 22 वर्ष भुलसीडीह रजगामार, दशरथ सिदार पिता प्रताप सिंह 19 वर्ष पोड़ीबहार नीचे मोहल्ला कोरबा, सरना सिंकू पिता शंकर सिंकू 26 वर्ष लालघाट मुण्डा मोहल्ला बालकोनगर और चंद्रशेखर राठिया पिता सूरज प्रसाद राठिया 20 वर्ष कमतरा घरघोड़ा रायगढ़ आरोपी नामजद किए गए थे। पिछले महीने इन्हें कोरबा के कोर्ट में पेश किया गया था। सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने आरोपियों को जिला जेल भेजने का आदेश दिया था, जिसके बाद से ये चारों आरोपी जिला जेल में बंद थे। शनिवार को 3 से 4 बजे के बीच 15 मिनट के लिए बिजली गुल हुई और वे फरार हो गए। बिजली आने पर हल्ला हुआ कि चार कैदी यहां से फरार है।

आनन-फानन में जिला जेल में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए। जिसे देखकर जेल स्टाफ दंग रह गया कि बड़े स्मार्ट तरीके से कैदियों ने एक केबल ऊपर डाल कर खुद को चढ़ाया और फिर कूद कर फरार हो गए। इस मामले में आज जेल विभाग के आईजी से कोरबा जेल का निरीक्षण किया और सुरक्षा प्रबंधों की स्थिति देखी।

बताया गया कि आरोपियों का पता बताने वालों के लिए पुलिस ने 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है।

इसके साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम कोरबा के नंबर 9479193399 सहित पुलिस टीम के नंबर भी जारी किए गए हैं। कहा गया कि आरोपियों का पता जो भी बताएगा, उसकी जानकारी गुप्त रखी जाएगी। पुलिस को उम्मीद है कि इतना तामझाम करने पर आरोपियों का पता लगाना आसान होगा।

हो सकती है मामले की जांच

जिला जेल से चार गंभीर आरोपियों का भाग जाना अपने आप में चिंताजनक है। कहा जा रहा है कि जेल विभाग के साथ-साथ सरकार इस मामले की जांच-पड़ताल करा सकता है कि आखिर किन परिस्थितियों में यह घटना हुई। जानकारों का कहना है कि ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि छत्तीसगढ़ में सुशासन के दावे लगातार किए जा रहे हैं तो फिर इनके बीच ऐसी घटनाएं कैसे हो सकती हैं?