दिव्यांग युवती ने शिक्षा और रोजगार के लिए कलेक्टर से लगाई गुहार

कोरबा। जन्मजात शारीरिक अक्षमता के बावजूद शिक्षा के माध्यम से अपने भविष्य को संवार रही एक दिव्यांग युवती के सामने आर्थिक तंगी ने चुनौती खड़ी कर दी है। गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली तेरस बाई यादव ने अपनी पढ़ाई जारी रखने और आर्थिक समस्याओं से निजात पाने के लिए कोरबा कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है।

ग्राम गोढ़ी, विकासखंड कोरबा की निवासी तेरस बाई यादव, पिता कन्हैया लाल यादव, जन्म से ही 40 प्रतिशत अस्थि बाधित (बांया पैर) है। इसके बावजूद उन्होंने दृढ़ निश्चय के साथ बीए फाइनल तक की पढ़ाई पूरी की और वर्तमान में एमए अंग्रेजी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। हालांकि, आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक संसाधनों की कमी उनके लिए बड़ी बाधा बन रही है।

तेरस ने कलेक्टर से अनुरोध किया है कि शिक्षा विभाग या अन्य किसी विभाग में दिव्यांग कोटे के तहत उन्हें नौकरी प्रदान की जाए, ताकि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें और परिवार का सहारा बन सकें। उन्होंने कहा, “मैं अपनी शिक्षा जारी रखना चाहती हूं, लेकिन आर्थिक परेशानियां मेरे रास्ते में रोड़ा बन रही हैं। कृपया मुझे रोजगार का अवसर प्रदान करें, मैं सदा आभारी रहूंगी।”