कटघोरा बायपास बना मौत का मार्ग, जर्जर सड़क से बढ़ा दुर्घटना का खतरा

कोरबा। कटघोरा नगर को राहत देने के लिए बनाया गया रामपुर से ढेलवाडीह होते हुए सुतर्रा तक का बायपास मार्ग अब लोगों के लिए खतरे की घंटी बन गया है। बारिश के मौसम में इस सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यह जानलेवा बन गई है। सड़क की परतें उखड़ चुकी हैं और जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो हर दिन गहराते जा रहे हैं।

यह बायपास मार्ग कटघोरा के साथ-साथ बिलासपुर, अंबिकापुर और कोरबा जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण रास्ता है। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहन, जैसे कोयला परिवहन करने वाले ट्रेलर, हाइवा और राखड़ ढोने वाले ट्रक, गुजरते हैं। भारी वाहनों के दबाव और बारिश के प्रभाव से सड़क की स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि गड्ढों के कारण दोपहिया वाहन चालकों और राहगीरों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। वाहन अक्सर गड्ढों में फंस जाते हैं या फिसल जाते हैं, जिसके चलते कई छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।

लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस बायपास का निर्माण तो करवाया, लेकिन इसके रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई। नतीजतन, सड़क की हालत बद से बदतर होती चली गई।

स्थानीय निवासियों में इस बात को लेकर गहरा रोष है कि विभागीय लापरवाही के कारण यह मार्ग अब दुर्घटनाओं का सबब बन रहा है। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इस सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण नहीं किया गया, तो यह पूरी तरह टूटकर और भी खतरनाक हो जाएगा।

निवासियों ने स्थानीय प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि इस मार्ग की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल मरम्मत कार्य शुरू किया जाए। यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो भविष्य में बड़ी दुर्घटनाओं की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

कटघोरा बायपास की यह दुर्दशा न केवल एक सड़क की समस्या है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण बन चुकी है।