जांजगीर-चांपा में पशु चिकित्सा विभाग का घोटाला, लाखों की दवाइयां कुएं में फेंकी

जांजगीर-चांपा जिले में पशु चिकित्सा विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है। विभाग द्वारा बीमार पशुओं के लिए मिली सरकारी दवाइयों को पशु पालकों तक पहुंचाने के बजाय कुएं में फेंक दिया गया। जिला मुख्यालय के कचहरी चौक स्थित पशु चिकित्सा विभाग के परिसर में मौजूद कुएं में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवाइयां तैरती मिली हैं। माना जा रहा है कि दवाइयों की खरीदी में हुई अनियमितताओं को छिपाने के लिए यह कदम उठाया गया।

पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राज्य शासन द्वारा पशुओं के लिए मुफ्त दवा वितरण की योजना के तहत हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। इसके अलावा जिला स्तर पर भी दवाइयों की खरीदी की जाती है ताकि पशु पालकों को दवाइयों की कमी न हो। लेकिन जांजगीर-चांपा में न केवल सरकारी दवाइयों को कुएं में डाला गया, बल्कि जिला स्तर पर बड़े पैमाने पर ऐसी दवाइयों की खरीदी की गई, जिनका जिले में कोई उपयोग नहीं था। नतीजतन, ये दवाइयां कार्यालय में पड़ी रह गईं और एक्सपायर हो गईं।

जिला मुख्यालय में पशु चिकित्सा विभाग के दफ्तर के परिसर में ही एक कुआं है, जिसका अब लोग उपयोग नहीं करते। बारिश के बाद कुएं में पानी भरने पर उसमें से सरकारी दवाइयों का जखीरा तैरता हुआ मिला। जानकारों का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है। विभाग में हर साल इस तरह का खेल होता है। कमीशन के चक्कर में अनावश्यक दवाइयों की खरीदी की जाती है, जो बाद में एक्सपायर होने पर कुएं में फेंक दी जाती हैं। अगर कुएं की गहन जांच की जाए तो लाखों रुपये की दवाइयां मिल सकती हैं, जिससे अधिकारियों की करतूत उजागर हो सकती है।

मामला सामने आने के बाद विभागीय अधिकारियों ने जांच कराने की बात कही है। लेकिन स्थानीय लोगों और पशु पालकों में इस घटना को लेकर गहरा रोष है। उनका कहना है कि अगर दवाइयां समय पर बांटी गई होतीं तो पशुओं का इलाज संभव हो सकता था। अब सवाल यह उठता है कि क्या जांच के नाम पर मामले को दबा दिया जाएगा या दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

जिले के पशु पालकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि सरकार द्वारा पशुओं के लिए मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराने की योजना का कोई लाभ उन्हें नहीं मिल रहा। इसके उलट, विभागीय लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण दवाइयां बर्बाद हो रही हैं। पशु पालकों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।