ड्रोन में कैद हुआ हाथियों का अनोखा अनुशासन, बड़ा हाथी शरारती शावक को पूंछ-कान पकड़कर सिखाता है सबक

रायगढ़। छाल रेंज में पुसल्दा गांव के जंगल में हाथियों की बुद्धिमत्ता और सामाजिक व्यवहार का एक दुर्लभ दृश्य ड्रोन कैमरे में कैद हुआ है। वीडियो में एक बड़ा नर हाथी एक शरारती छोटे हाथी को उसकी पूंछ और कान पकड़कर अनुशासन सिखाते हुए दिखाई दे रहा है। यह नजारा न केवल रोमांचक है, बल्कि हाथियों की गहरी सामाजिक संरचना और बुद्धिमत्ता को भी दर्शाता है।

ड्रोन में रिकॉर्ड हुआ अनोखा पल

हाथी मित्र दल की टीम ने इस अनोखे दृश्य को अपने ड्रोन कैमरे में कैद किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक छोटा नर हाथी जंगल में शरारत कर रहा था, तभी एक बड़ा नर हाथी आगे बढ़कर उसकी पूंछ और कान पकड़ता है, मानो उसे अनुशासित करने की कोशिश कर रहा हो। यह दृश्य हाथियों के झुंड में अनुशासन और पारिवारिक व्यवस्था की गहरी समझ को प्रदर्शित करता है।

हाथियों की बुद्धिमत्ता के अन्य प्रमाण

रायगढ़ जिले में पहले भी हाथियों की बुद्धिमत्ता और सामाजिक व्यवहार के कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। कुछ समय पहले, हाथी शावकों के आराम करने के दौरान बड़े हाथी चारों दिशाओं में उनकी सुरक्षा के लिए तैनात दिखे थे। इसके अलावा, तीन हाथियों की मौत के बाद उनके झुंड ने उन्हें श्रद्धांजलि देने का भावनात्मक दृश्य भी देखा गया था। हाल ही में, एक कुएं में गिरे हाथी शावक को बचाने के बाद उसने जेसीबी चालक को अपनी सूंड उठाकर धन्यवाद देने का हृदयस्पर्शी नजारा भी सामने आया था।

हाथी दुनिया के सबसे बुद्धिमान जानवरों में से एक माने जाते हैं। इनका मस्तिष्क 5 किलोग्राम से अधिक वजन का होता है, जो किसी भी स्थलीय जानवर में सबसे बड़ा है। शोधकर्ताओं के अनुसार, हाथी सहानुभूति, स्मृति, और आत्म-जागरूकता जैसे जटिल व्यवहार प्रदर्शित करते हैं।

बारिश में भोजन की तलाश में गांवों की ओर रुख

ग्रामीणों के अनुसार, बारिश के मौसम में हाथी अक्सर भोजन की तलाश में जंगल से निकलकर गांवों की ओर आते हैं। इस दौरान वे फसलों और घरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हाल ही में छाल रेंज के पुसल्दा गांव में 18 हाथियों का एक झुंड गांव में घुस आया था, जिसने एक कच्चे घर की दीवार को ढहा दिया। हालांकि, ग्रामीणों और वन विभाग के हो-हल्ला करने पर हाथी जंगल की ओर लौट गए।

वन विभाग की सतर्कता

रायगढ़ जिले में वर्तमान में 71 हाथियों का विचरण हो रहा है, जिनमें से अधिकांश धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज में हैं। वन विभाग इनके मूवमेंट पर नजर रख रहा है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है। हाथी प्रभावित क्षेत्रों में मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के लिए जशपुर जिले में गजरथ यात्रा जैसे जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, जो स्कूलों में छात्रों को हाथियों के व्यवहार के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

यह वायरल वीडियो न केवल हाथियों की बुद्धिमत्ता को दर्शाता है, बल्कि उनके संरक्षण और मानव-हाथी संघर्ष को कम करने की आवश्यकता पर भी जोर देता है।