रेलवे ने मानसून के लिए की व्यापक तैयारी, निर्बाध रेल सेवा का लक्ष्य

कोरबा। रेलवे प्रशासन द्वारा मानसून के दौरान सुगम और निर्बाध रेल सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्री-मानसून तैयारियों को तीव्र गति से पूरा किया जा रहा है। सात मंडल रेल प्रशासन ने जलभराव वाले स्थानों, बोल्डर स्खलन संभावित पहाड़ों, साइड ड्रेन, पुलों में पानी निकासी, और ड्रेन प्रणाली का गहन निरीक्षण कर योजनाबद्ध कार्य किए हैं।

जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी निकासी के लिए पाइप लगाए गए हैं, जबकि बोल्डर स्खलन रोकने के लिए पहाड़ों के ढीले बोल्डर हटाए गए हैं। पहाड़ों से आने वाले पानी को रेल पटरियों तक पहुंचने से रोकने के लिए ड्रेन को डायवर्ट किया गया है। नालियों और ड्रेन प्रणाली के आसपास विशेष सफाई अभियान चलाकर कचरा हटाया गया है।

सभी संवेदनशील स्थानों पर 24 घंटे मोबाइल और स्थिर गश्ती दल तैनात किए गए हैं। तूफान के दौरान ट्रैक पर गिरने वाले पेड़ों को हटाने के लिए छंटाई और कटाई का कार्य पूरा किया गया है। ट्रैक सर्किट वाले क्षेत्रों में क्रॉस और अनुदैर्ध्य नालियों की व्यवस्था की गई है, और कर्मचारियों को सावधानियों के बारे में प्रशिक्षित किया गया है।

इसके अतिरिक्त, समपार फाटकों, रेल पुलों, रेल पथों, ओ.एच.ई. लाइन, सिग्नल प्रणाली, और अन्य सुरक्षा उपकरणों का सघन निरीक्षण और अनुरक्षण किया गया है। अत्यधिक बारिश की स्थिति के लिए मानसून रिजर्व सामग्री, जैसे रेती, पत्थर, और गिट्टी से भरे मालगाड़ी के डिब्बे, संबंधित स्थानों पर तैयार रखे गए हैं ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ये तैयारियां मानसून के दौरान रेल परिचालन को सुचारू और सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह प्रयास कोरबा और आसपास के क्षेत्रों में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।