एनएचएआई और स्टेट हाइवे के ब्लैक स्पॉट्स पर कार्रवाई, मोहनपुर और अमरकंटक रोड का निरीक्षण

कोरबा जिले में सड़क हादसों को कम करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और स्टेट हाइवे पर मौजूद ब्लैक स्पॉट्स को हटाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिला परिवहन कार्यालय और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त टीम ने पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के मोहनपुर और अमरकंटक रोड पर तीन ब्लैक स्पॉट्स—टुहानाला, लैंगा स्कूल, और बैरा—का स्थल निरीक्षण किया। यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा को बढ़ाने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों का हिस्सा है।

जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) विवेक सिन्हा के नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस और अन्य अधिकारियों की टीम ने मोहनपुर क्षेत्र के टुहानाला, कटघोरा-अमरकंटक मार्ग पर जटगा के पास लैंगा स्कूल, और बैरा क्षेत्र में चिह्नित ब्लैक स्पॉट्स का जायजा लिया। इन स्थानों पर पहले भी सड़क हादसे हो चुके हैं। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि टुहानाला में पुल के बाद का मोड़, लैंगा स्कूल के सामने का तीव्र मोड़, और बैरा में एक डेंजर जोन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण हैं। स्थानीय लोगों और वाहन चालकों ने भी इन क्षेत्रों में सड़क की संरचना और खराब डिजाइन को हादसों का कारण बताया।

निरीक्षण में डीटीओ विवेक सिन्हा, पसान तहसीलदार धीरेंद्र श्याम, पसान थाना प्रभारी श्रवण विश्वकर्मा, लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के एसडीओ, ट्रैफिक टीआई तेज यादव, एएसआई मनोज राठौर, ईश्वरी लहरे, हेड कांस्टेबल लखन कैरव, कांस्टेबल जय यादव, राम पाटले, प्रेम कुमार, और श्रीमती नीतू श्रीवास्तव शामिल थे। ट्रैफिक टीआई तेज यादव ने बताया कि टीम ने मौके का विस्तृत निरीक्षण किया है और इन ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षात्मक उपायों के लिए सुझावों के साथ एक रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी जाएगी।

सड़क हादसों के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं, जिनमें वाहन चालकों की लापरवाही, सड़क की खराब संरचना, और ब्लैक स्पॉट्स की मौजूदगी प्रमुख हैं। मोहनपुर और अमरकंटक रोड पर चिह्नित ब्लैक स्पॉट्स पर बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं की शिकायतों के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू की है। स्थानीय लोगों ने इन क्षेत्रों में सड़क संरचना में सुधार और चेतावनी संकेतों की आवश्यकता पर जोर दिया है।

जिला प्रशासन ने ब्लैक स्पॉट्स को हटाने और सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए सतत प्रयासों को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई है। डीटीओ विवेक सिन्हा ने कहा, “हमारी प्राथमिकता सड़क हादसों को कम करना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। निरीक्षण के आधार पर जल्द ही इन क्षेत्रों में आवश्यक सुधार किए जाएंगे।”

प्रशासन ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे ब्लैक स्पॉट्स पर सड़क संरचना में सुधार, चेतावनी बोर्ड, स्पीड ब्रेकर, और अन्य सुरक्षात्मक उपायों को लागू करें। इसके अलावा, अन्य मार्गों पर भी ब्लैक स्पॉट्स की पहचान और उनके निवारण के लिए निरीक्षण की प्रक्रिया जारी रहेगी।

यह पहल न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि कोरबा जिले में यातायात को और सुगम व सुरक्षित बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।