कोरबा में नई ई-पॉस मशीन से राशन वितरण में देरी, तीन माह के चावल वितरण में हितग्राहियों को परेशानी

कोरबा जिले में शासन द्वारा तीन माह का चावल एकसाथ वितरण की घोषणा के बावजूद नई ई-पॉस मशीनों की धीमी गति ने हितग्राहियों और पीडीएस दुकान संचालकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नई मशीनों के कारण राशन वितरण प्रक्रिया में देरी हो रही है, जिससे सुबह 6 बजे से हितग्राहियों को लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है।

नई मशीनों की समस्या

जानकारी के अनुसार, जिले में इस माह से नई ई-पॉस मशीनों के माध्यम से राशन वितरण शुरू किया गया है। ये मशीनें आवाज के जरिए दुकान संचालकों और हितग्राहियों को प्रक्रिया की जानकारी देती हैं, जो सुविधाजनक तो है, लेकिन इसकी धीमी गति के कारण एक दिन में केवल 40 से 50 हितग्राहियों को ही राशन वितरित हो पा रहा है। पुरानी मशीनों से एक दिन में 200 से अधिक हितग्राहियों को राशन वितरित किया जा सकता था। नई मशीनों में प्रत्येक हितग्राही को छह बार थंब इंप्रेशन देना पड़ता है, जिससे प्रक्रिया और धीमी हो रही है।

हितग्राहियों की परेशानी

जिले में 3 लाख 14 हजार से अधिक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार हैं, जिन्हें शासकीय उचित मूल्य की 553 दुकानों के माध्यम से सस्ते दाम पर चावल, शक्कर और चना वितरित किया जाता है। तीन माह का राशन एकसाथ वितरण की योजना के कारण दुकानों पर हितग्राहियों की भीड़ बढ़ गई है, लेकिन नई मशीनों की धीमी गति के चलते कई हितग्राही बिना राशन के लौट रहे हैं। लंबी कतारों में इंतजार कर रहे हितग्राहियों में नाराजगी देखी जा रही है।

समय पर वितरण की चुनौती

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यदि वितरण की गति यही रही, तो सभी हितग्राहियों को समय पर राशन वितरित करना मुश्किल होगा। विभाग ने हितग्राहियों से अपील की है कि वे धैर्य रखें और दुकानों पर निर्धारित समय पर पहुंचकर राशन प्राप्त करें। साथ ही, प्रशासन नई मशीनों की तकनीकी समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयास कर रहा है ताकि वितरण प्रक्रिया को तेज किया जा सके।