कोरबा में वज्रपात से बचाव के लिए पुलिस ने जारी की सावधानियां, नागरिकों से सतर्क रहने की अपील

कोरबा जिला मानसून के दौरान आकाशीय बिजली (वज्रपात) से प्रभावित क्षेत्रों में शामिल है, जहां हर साल इस प्राकृतिक आपदा के कारण कई लोगों की जान जाती है।

कोरबा पुलिस ने नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, किसानों और मजदूरों से वज्रपात से बचाव के लिए सतर्कता बरतने और जागरूकता अपनाने की अपील की है।

पुलिस ने वज्रपात के दौरान सुरक्षित रहने के लिए निम्नलिखित सावधानियां साझा की हैं:

घर में हों तो: पानी के नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि से दूर रहें और बिजली से चलने वाले उपकरण बंद करें।

वाहन पर सवारी: दोपहिया, साइकिल, ट्रक या खुले वाहन पर हों तो तुरंत उतरकर सुरक्षित स्थान पर जाएं।

धातु से बचें: धातु की डंडी वाले छाते, टेलीफोन पोल, बिजली के खंभे, या टावर से दूर रहें। कपड़े सुखाने के लिए तार के बजाय सूत की रस्सी का उपयोग करें।

पेड़ों और जल स्रोतों से दूरी: ऊंचे या एकल पेड़ों के नीचे न जाएं। जंगल में हों तो छोटे, घने पेड़ों की शरण लें। दलदल, तालाब या जल स्रोतों से दूर रहें।

खुले मैदान में: नीचे स्थानों को चुनें, लोगों के बीच 15 फीट की दूरी रखें, और जमीन पर न लेटें। तैराकी या मछली पकड़ रहे लोग तुरंत पानी से बाहर निकलें।

खेतों में कार्यरत हों तो: लकड़ी, प्लास्टिक या सूखे पत्तों पर खड़े हों, दोनों पैर सटाएं, सिर को जमीन की ओर झुकाएं (जमीन से न छुएं)।

दीर्घकालिक उपाय: घरों में तड़ित चालक (Lightning Arrester) लगवाएं, कम ऊंचाई वाले फलदार वृक्षों का समूह लगाएं, और ऊंचे पेड़ों में तांबे का तार जमीन में गाड़ें।

कोरबा पुलिस ने नागरिकों से मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देने और इन सावधानियों का पालन कर अपनी व परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में यह जानकारी प्रसारित करने पर जोर दिया गया है।