जर्जर बायीं तट नहर से सड़क और पाथवे को खतरा, मरम्मत में देरी से बढ़ी चिंता

कोरबा। संजय नगर से सीतामणी शनि मंदिर तक जल संसाधन विभाग की बायीं तट नहर की जर्जर स्थिति अब आसपास के बुनियादी ढांचे के लिए खतरा बन गई है। नहर के कटाव से सड़क, पाथवे और बाउंड्रीवाल को नुकसान पहुंच रहा है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है।

जल संसाधन विभाग द्वारा बनाई गई बायीं तट नहर पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। संजय नगर और शनि मंदिर के बीच नहर के स्लैब टूट गए हैं, और सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने पर मिट्टी का कटाव तेजी से हो रहा है। इस कटाव के कारण नहर के किनारे बनी बाउंड्रीवाल पहले ही दो स्थानों पर धराशायी हो चुकी है। अब पास के पाथवे पर दरारें पड़ने लगी हैं, और यह नहर की ओर झुक रहा है, जिससे इसके नहर में समाने का खतरा बढ़ गया है।

नगर पालिका निगम ने संजय नगर से सीतामणी और रेलवे स्टेशन तक पक्की सड़क और पाथवे का निर्माण कराया था। पाथवे पर बिजली के खंभों और लाइटों की व्यवस्था भी की गई है, जिससे यह मार्ग आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, जर्जर नहर के कारण सड़क और पाथवे के नीचे की मिट्टी कट रही है, जिससे ये ढांचे अस्थिर हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते मरम्मत नहीं हुई, तो सड़क और पाथवे को गंभीर नुकसान हो सकता है।

जल संसाधन विभाग का कहना है कि नहर के मरम्मतीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और ठेकेदार बारिश के बाद कार्य शुरू करेगा। हालांकि, बारिश का मौसम नजदीक है, और इस दौरान नहर में पानी का बहाव तेज होने से मिट्टी का कटाव और बढ़ सकता है। इससे सड़क और पाथवे को और अधिक नुकसान का खतरा है। स्थानीय लोगों ने विभाग की सुस्ती पर नाराजगी जताई है और तत्काल मरम्मत की मांग की है।

संजय नगर और सीतामणी के निवासियों ने चेतावनी दी है कि नहर की स्थिति को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। लोगों का कहना है कि बाउंड्रीवाल के टूटने और पाथवे के झुकने से हादसे का खतरा बढ़ गया है। खासकर बारिश के मौसम में स्थिति और बिगड़ सकती है। निवासियों ने जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।

यह घटना कोरबा में बुनियादी ढांचे की रखरखाव और निगरानी की कमी को उजागर करती है। जल संसाधन विभाग को नहर की मरम्मत के लिए त्वरित कदम उठाने और बारिश से पहले कार्य पूरा करने की जरूरत है। साथ ही, नगर पालिका निगम को सड़क और पाथवे की सुरक्षा के लिए समन्वय के साथ काम करना होगा