मलगांव में एसईसीएल दीपका विस्तार परियोजना पर गंभीर आरोप, बिना नोटिस-मुआवजे के तोड़े गए आदिवासी परिवार के मकान और देव स्थल; FIR की मांग


कोरबा। दीपका थाना क्षेत्र के ग्राम मलगांव में दक्षिण पूर्व कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की दीपका विस्तार परियोजना के तहत एक आदिवासी परिवार की संपत्ति को बिना नोटिस और मुआवजे के जेसीबी से ध्वस्त करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। भू-विस्थापित संदीप कुमार कंवर ने तहसीलदार और एसईसीएल अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है, साथ ही चेतावनी दी है कि कार्रवाई न होने पर परिवार सामूहिक आत्महत्या करने को मजबूर होगा।

संदीप कंवर ने कलेक्टर, एसडीएम और थाना प्रभारी को दिए आवेदन में बताया कि 30 अप्रैल 2025 को तहसीलदार दीपका अमित केरकेट्टा, एसईसीएल दीपका के अधिकारी रोशन मेश्राम, केसीसी कंपनी के मुंशी विकास दुबे और अन्य अधिकारियों ने उनके परिवार के संयुक्त मकान, दुकान, शेड और आवासीय घर को बिना किसी पूर्व सूचना या मुआवजे के जेसीबी से तोड़ दिया।

इस संपत्ति में 8 शटर, 4 दरवाजे और परिवार का धार्मिक देव स्थल शामिल था। संदीप ने आरोप लगाया कि इस कार्रवाई से परिवार को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है, साथ ही आदिवासियों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है, जिससे परिवार मानसिक रूप से परेशान है।

आवेदन में कहा गया कि यह कार्रवाई गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है और इससे अप्रिय घटना की आशंका बनी हुई है। संदीप ने मांग की कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए, अन्यथा परिवार के पास सामूहिक आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। उन्होंने इसकी पूरी जिम्मेदारी एसईसीएल दीपका प्रबंधन, राज्य शासन और संबंधित अधिकारियों पर डाली है।

यह घटना एसईसीएल की दीपका विस्तार परियोजना में प्रभावित ग्रामीणों के प्रति प्रबंधन की संवेदनहीनता को उजागर करती है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

अभी तक एसईसीएल प्रबंधन या जिला प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

पुलिस ने आवेदन के आधार पर जांच शुरू कर दी है।