अशोक वाटिका की बदहाल स्थिति, सूखे पौधों को लगाई गई आग, प्रशासन की उदासीनता पर सवाल

कोरबा नगर निगम क्षेत्र में करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित अशोक वाटिका, जो कभी शहरवासियों के लिए एक भव्य गार्डन के रूप में विकसित की गई थी, अब देखरेख के अभाव में बदहाल हो चुकी है। परिसर में लगे पाम के पौधे पानी की कमी से सूख गए हैं, और अन्य पेड़-पौधों की स्थिति भी दयनीय है। न तो यहां नियमित सिंचाई की व्यवस्था है और न ही उचित रखरखाव हो रहा है।

स्थानीय निवासी सौरभ अग्रवाल (बालको) ने इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई और उचित कार्रवाई की मांग की। लेकिन हैरानी की बात यह है कि शिकायत के अगले ही दिन सूखे पौधों को आग के हवाले कर दिया गया। इस घटना की जानकारी सौरभ ने कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को व्हाट्सएप के माध्यम से दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आग कैसे लगी और किसने लगाई, इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

नगर निगम के उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। अशोक वाटिका की यह स्थिति न केवल नगर निगम की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि सार्वजनिक संपत्ति के रखरखाव में प्रशासन की उदासीनता को भी उजागर करती है।

नागरिकों का कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च कर बनाई गई इस वाटिका को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। अब सभी की निगाहें जिला प्रशासन और नगर निगम पर टिकी हैं कि वे इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करते हैं और अशोक वाटिका को उसके पुराने गौरव में लाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।