ऊर्जाधानी में हर्षोल्लासपूर्वक मना रक्षाबंधन

बहनों ने भाईयों की कलाई पर बांधा प्यार

कोरबा। भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व सोमवार को ऊर्जाधानी में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों की आरती उतारकर कलाई पर राखी बांधी तो भाईयों ने भी उन्हें उपहार भेंट कर उनकी रक्षा का वचन दिया।


रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिए हर उम्र के भाई-बहनों में उत्साह रहा। बहनों ने अपने भाई के अलावा चचेरे व मुंह बोले भाइयों को भी राखी बांधी। रक्षाबंधन की तैयारियों बहनों के द्वारा लगभग एक सप्ताह से की जा रही थी। ससुराल से बहनों के भी मायके आने का सिलसिला चलता रहा। बहनें भाईयों को राखी बांधने के लिए सुबह से तैयारी में जुटी हुई थी।

पारंपरिक तरीके से बहनों ने भाईयों के माथे पर कुमकुम का तिलक लगाकर आरती उतारी और रक्षा सूत्र बांधकर मुंह मीठा कराया। बहनों ने भाईयों के लंबी उम्र व उज्जवल भविष्य की कामना की वहीं भाईयों ने आशीर्वाद लेकर उपहार भेंट किए। 

उपजेल में 4 साल बाद बहनों ने बांधी राखी
कोरबा जिला जेल व उप जेल कटघोरा में 4 साल बाद बहनों ने भाई को राखी बांधी। जेलर सीमा उरांव ने बताया कि जेल मुख्यालय से आदेश अनुसार उपजेल में केवल बहनें राखी लेकर आई है वहीं सब आरती और थाली की व्यवस्था जेल के द्वारा किया गया है। किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। सुबह से ही बहनों की भीड़ जेल के बाहर लगी रही। 

ब्रह्माकुमारी बहनों ने कैदियों को बांधी राखी

जिले के उप जेल कटघोरा में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय बहनों ने रक्षाबंधन पर्व पर जेल कर्मचारियों सहित कैदियों को भी राखी बांधी। जेलर सीमा उरांव ब्रह्माकुमारीज की कटघोरा क्षेत्रीय संचालिका कुसुम, आशा, रामेश्वरी की अगुवाई में ब्रह्माकुमारी बहनों ने राखी बांधी। बहनों ने रक्षा सूत्र बांधकर सकारात्मक जीवन जीने का संकल्प दिलाया।

ब्रह्माकुमारी सुमन ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था में रक्षाबंधन का त्यौहार मूल्य और आत्मीय मर्यादाओं के बंधन में बंदकर मानवता की सेवा के दिवस के रूप मे मनाया जाता है। मर्यादाओं का बंधन मनुष्य जीवन में रोग, शोक और विकारो मुक्त कर देता है। मन निर्मल विकारों से मुक्त हो जाता है। यह पर्व मनुष्य आत्माओं को उच्च नैतिक मर्यादाओं के बंधन में बंद कर सर्वनारी जगत की रक्षा करने का दिव्य संदेश देता है।