दीपका में पहली बार जबर भोजली रैली, छत्तीसगढ़ी संस्कृति और जागरूकता का उत्सव


कोरबा-दीपका।  दीपका नगर में 11 अगस्त को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के तत्वावधान में पहली बार जबर भोजली रैली का आयोजन किया गया। इस भव्य आयोजन में छत्तीसगढ़िया समाज की महिलाओं, पुरुषों, बच्चों और नौजवानों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। रैली में शामिल लोगों ने छत्तीसगढ़ की परंपराओं और भोजली के सांस्कृतिक महत्व को समझते हुए इस पारंपरिक उत्सव का आनंद उठाया।

रैली का उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संजोना था, बल्कि छत्तीसगढ़िया समाज के खिलाफ हो रहे अन्याय, अत्याचार और शोषण के प्रति जागरूकता फैलाना भी था। आयोजकों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, बोली और भाषा को संरक्षित करने का आव्हान किया। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के सुरेंद्र प्रसाद राठौर ने बताया कि दीपका के इतिहास में यह पहली बार था जब इतने बड़े स्तर पर भोजली रैली का आयोजन किया गया।

रैली में छत्तीसगढ़ महतारी के विशाल छायाचित्र ने सभी का ध्यान आकर्षित किया और यह श्रद्धा का केंद्र रहा। छत्तीसगढ़ी गीतों पर नृत्य प्रस्तुतियों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। रैली के दौरान नगर भ्रमण किया गया, जिसके बाद पूरे विधि-विधान के साथ भोजलियों का विसर्जन किया गया।

यह आयोजन न केवल छत्तीसगढ़ी संस्कृति के प्रति गर्व का प्रतीक बना, बल्कि समाज को एकजुट करने और अपनी धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।