छत्तीसगढ़ में दवाओं की कीमतों पर नकेल: ‘फार्मा सही दाम’ ऐप लॉन्च, अब उपभोक्ता जान सकेंगे असली कीमत

रायपुर। अब छत्तीसगढ़ में मेडिकल स्टोर्स वाले उपभोक्ताओं से दवाओं की अधिक कीमत नहीं वसूल सकेंगे। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने दवाओं की कीमतों में पारदर्शिता लाने के लिए ‘फार्मा सही दाम’ नामक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए आम लोग अपनी जरूरी दवाओं की वास्तविक कीमत, विकल्प, निर्माता विवरण, अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी), और अनुशंसित दरों की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।

‘फार्मा सही दाम’ ऐप की खासियत

उपभोक्ताओं के लिए सुविधाएं: दवाओं की सही कीमत, विकल्पों की जानकारी, निर्माता/कंपनी विवरण, और एमआरपी व निर्धारित दरों की जांच।

दवा विक्रेताओं के लिए: निर्धारित मूल्य से अधिक वसूली पर कानूनी कार्रवाई से बचाव, मूल्य और उपलब्धता की अद्यतन जानकारी।

भाषा और उपलब्धता: हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध, एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर डाउनलोड की सुविधा, क्यूआर कोड स्कैन के जरिए त्वरित डाउनलोड।

अन्य सुविधाएं: दवा खोज, शिकायत पंजीकरण, और शिकायत की स्थिति जांचने की सुविधा।

एनपीपीए के नियमों के अनुसार, कोई भी दवा व्यापारी एमआरपी से अधिक राशि नहीं वसूल सकता। ऐसा करने पर ड्रग एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। यह ऐप दवा व्यापार में पारदर्शिता लाने और उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने में मदद करेगा।

दवाओं की प्रमाणिकता के लिए क्यूआर कोड

कुछ साल पहले दवाओं की वास्तविकता जांचने के लिए पैकेजिंग लेबल पर क्यूआर कोड सिस्टम शुरू किया गया था। इसके जरिए दवा के उत्पादन, फार्मूला, मात्रा और अन्य जानकारी प्राप्त की जा सकती थी। हालांकि, इस सुविधा का उपयोग सीमित रहा, क्योंकि क्यूआर कोड स्कैनिंग की प्रक्रिया जटिल और समय लेने वाली थी। ‘फार्मा सही दाम’ ऐप इस कमी को दूर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उपभोक्ताओं और विक्रेताओं के लिए लाभ

यह ऐप न केवल उपभोक्ताओं को सही कीमत पर दवाएं खरीदने में मदद करेगा, बल्कि दवा विक्रेताओं को भी नियमों का पालन करने और ग्राहकों को पारदर्शी सेवा प्रदान करने में सहायता देगा। स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए यह पहल छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।