छत्तीसगढ़ पावर कंपनी का आदेश, कर्मचारियों को 3 माह में लगाना होगा रूफटॉप सोलर प्लांट, अन्यथा बिजली बिल रियायत पर विचार

कोरबा। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने पर्यावरण संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने अपने सभी नियमित अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने आवासीय परिसरों में रूफटॉप सोलर पॉवर प्लांट स्थापित करने का आदेश जारी किया है।

आदेश के अनुसार, कर्मचारियों को अगले तीन महीनों के भीतर अपने घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर बिजली बिल में दी जा रही विशेष रियायत को स्थगित करने पर विचार किया जाएगा। यह कदम प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत उठाया गया है, जिसका उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना, उपभोक्ताओं को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और मासिक बिजली बिल में कमी लाना है।

कंपनी ने स्पष्ट किया कि जो कर्मचारी बोर्ड क्वार्टर, किराए के मकान या बहुमंजिला इमारतों में रहते हैं, वे अपने गृहनगर (छत्तीसगढ़ राज्य) में स्वयं के या पुश्तैनी मकान पर सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं। बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले कर्मचारी वर्चुअल नेट मीटरिंग के माध्यम से रिहायशी सोसाइटी के समन्वय में आवेदन कर सकते हैं।

कंपनी ने सभी कर्मचारियों से योजना के तहत उपलब्ध विकल्पों में से एक का चयन कर रूफटॉप सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना सुनिश्चित करने की अपील की है। यह पहल न केवल बिजली की बचत और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगी, बल्कि सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाकर राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।