सिटी बस सेवा ठप: बांकीमोंगरा क्षेत्र में यात्रियों की परेशानी बढ़ी, चालकों की रोजी-रोटी पर संकट

कोरबा। जिले के बांकीमोंगरा सहित आसपास के क्षेत्रों में सिटी बस सेवा के पूरी तरह बंद होने से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कभी 45 सिटी बसों के साथ सुचारू रूप से संचालित होने वाली यह सेवा धीरे-धीरे घटकर केवल 5 बसों तक सीमित रह गई थी, और अब 31 अगस्त 2025 से ठेकेदार द्वारा इसका संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे नौकरीपेशा, स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों और अन्य यात्रियों को गंभीर असुविधा हो रही है।

किराए में दोगुना बोझ

बांकीमोंगरा से कोरबा तक का सिटी बस किराया 25 रुपये था, जो अब अन्य साधनों से 50 रुपये हो गया है। इस दोगुने किराए ने रोजाना सफर करने वाले लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है। खासकर निम्न और मध्यम वर्ग के लिए यह स्थिति मुश्किल भरी है।

ठेकेदार की मनमानी, निगम को भुगतान में चूक

सूत्रों के अनुसार, कोरबा निगम और ठेकेदार के बीच अनुबंधित राशि के भुगतान को लेकर विवाद है। ठेकेदार ने कई वर्षों से निगम को निर्धारित राशि का भुगतान नहीं किया, जिसके चलते उसने मनमाने ढंग से सिटी बसों का संचालन बंद कर दिया। इसकी मार सीधे जनता पर पड़ी है।

चालकों और परिचालकों की रोजी-रोटी पर संकट

सिटी बस सेवा बंद होने से चालक और परिचालक भी बेरोजगार हो गए हैं। ये कर्मचारी शुरू से ही बसों का संचालन कर रहे थे, लेकिन अचानक बंदी से उनके सामने परिवार के भरण-पोषण की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। चालकों ने कलेक्टर को आवेदन देकर सेवा बहाल करने की मांग की है। कुछ चालकों ने बताया कि यदि प्रशासन जिम्मेदारी दे, तो वे स्वयं सिटी बसों का संचालन करने को तैयार हैं।

क्षेत्रीय नेताओं की चुप्पी

जनता ने जिन नेताओं को समस्याओं के समाधान के लिए चुना, उनकी ओर से इस मुद्दे पर कोई ठोस पहल नहीं दिख रही है। स्थानीय लोगों ने नेताओं की इस उदासीनता पर निराशा जताई है।

प्रशासन से समाधान की उम्मीद

अब सवाल यह है कि जिला निगम प्रशासन इस समस्या का क्या समाधान निकालता है? क्या मौजूदा ठेकेदार को ही पुनः जिम्मेदारी सौंपी जाएगी या नया संचालक नियुक्त किया जाएगा? यात्रियों और चालकों की परेशानी को देखते हुए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।