NH 343 पर दुर्घटनाओं से हाईकोर्ट नाराज, SECL और NTPC को लगाई फटकार

सड़कों की खस्ताहाल स्थिति के लिए भारी वाहन जिम्मेदार, कोर्ट ने मांगा दोबारा शपथ पत्र

बिलासपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग(NH)343 बलरामपुर- रामानुजगंज की सड़कों की खस्ताहाल स्थिति और उससे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है।

दक्षिण पूर्व कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) और नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) के भारी वाहनों के कारण सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और दोनों संस्थानों को कड़ी फटकार लगाई।

कोर्ट की कार्रवाई

हाईकोर्ट ने इस मामले में पहले सुनवाई के दौरान SECL और NTPC से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए गए उपायों के संबंध में शपथ पत्र के माध्यम से जवाब मांगा था। बुधवार को दोनों संस्थानों ने अपना जवाब प्रस्तुत किया, लेकिन कोर्ट ने इसे असंतोषजनक माना। हाईकोर्ट ने SECL और NTPC को कड़ी फटकार लगाते हुए दोबारा शपथ पत्र के साथ विस्तृत जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

सड़कों की स्थिति और दुर्घटनाएं

NH 343 पर SECL और NTPC के भारी वाहनों की आवाजाही के कारण सड़कों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। सड़कों पर गड्ढे और क्षति के चलते दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सड़क सुरक्षा और रखरखाव के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

हाईकोर्ट ने SECL और NTPC को सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए गए प्रयासों, सड़क मरम्मत और वाहनों के नियमन से संबंधित स्पष्ट और ठोस जानकारी के साथ शपथ पत्र पेश करने का निर्देश दिया है। कोर्ट का यह कदम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और भारी वाहनों के कारण हो रही क्षति को नियंत्रित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।