महापौर संजू देवी राजपूत का औचक निरीक्षण, निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और अनुशासन पर सख्ती

कोरबा नगर निगम क्षेत्र में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और जनहित के विकास कार्यों में पारदर्शिता व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत ने सख्त रुख अपनाया है। इसके तहत वे समय-समय पर औचक निरीक्षण कर रही हैं, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मची हुई है।

महापौर ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी समय नगर निगम के किसी भी जोन या क्षेत्र में पहुंचकर कार्यों का जायजा ले सकती हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जनहित और विकास कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही, गुणवत्ताहीनता या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इसी कड़ी में महापौर ने बालको जोन कार्यालय और वहां चल रहे निर्माणाधीन नाली व अन्य विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए ठेकेदार को निर्देश दिए। साथ ही, जोन कमिश्नर एन.के. नाथ को कार्य की गुणवत्ता जांच के लिए नमूना एनआईटी रायपुर भेजने के निर्देश दिए गए।

बालको जोन कार्यालय के निरीक्षण के दौरान बिना सूचना अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए। महापौर ने कहा कि कार्यों में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है।

निरीक्षण के दौरान वॉर्ड 39 के पार्षद तरुण राठौर, वॉर्ड 42 के पार्षद सत्येंद्र दुबे, पार्षद चेतन मैत्री, मंडल अध्यक्ष दिलेंद्र यादव, रेणु प्रसाद, राजा, जय राठौर, बालको महिला मोर्चा अध्यक्ष अर्चना रुन्हीजा, जिला भाजयुमो अनुराग, और अभिजीत त्रिपाठी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

महापौर के इस सख्त रवैये और औचक निरीक्षण से नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्यों की गुणवत्ता और जवाबदेही में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।