कलेक्टर अजीत वसंत ने स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की, फर्जी आयुष्मान क्लेम पर सख्ती के निर्देश

कोरबा। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई।

कलेक्टर ने मलेरिया, कुष्ठ, सिकलसेल, आयुष्मान कार्ड, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार कल्याण, एनसीडी, आयुष, आरबीएसके, और एनआरसी जैसे कार्यक्रमों की स्थिति जानी।

बरसात में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए नगर निगम के साथ समन्वय और टीबी-कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।

आयुष्मान भारत योजना के तहत छूटे लोगों के लिए सात दिनों में आधार अपडेट कर कार्ड बनाने और निष्क्रिय कर्मचारियों के निलंबन का आदेश सीएमएचओ को दिया गया। निजी अस्पतालों में फर्जी क्लेम की निगरानी बीएमओ को सौंपी गई।

मातृ स्वास्थ्य पर जोर देते हुए कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं में एचआरपी की पहचान, प्रसव सेवाओं में सुधार, और अनावश्यक रेफरल रोकने के निर्देश दिए।

रानी धनराज कुंवर स्वास्थ्य केंद्र में स्त्री रोग विशेषज्ञों की उपस्थिति के बावजूद कम उपचार पर सुधार के निर्देश दिए। 102 एम्बुलेंस में ईएमटी की कमी को डीएमएफ से नियुक्ति के जरिए दूर करने का आदेश हुआ।

एनआरसी में शत-प्रतिशत ऑक्यूपेंसी और सिकलसेल मरीजों के लिए इलेक्ट्रोफोरेसिस जांच व दिव्यांग कार्ड बनाने पर बल दिया गया। मोतियाबिंद और अन्य रेफर मरीजों के उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज और सीएचसी में शिविर लगाने के निर्देश दिए गए।

कलेक्टर ने सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने पर जोर दिया।

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीबी-कुष्ठ अधिकारी, टीकाकरण अधिकारी, नोडल अधिकारी, और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।