बिजली दरों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस की “बिजली न्याय यात्रा”, पाली में विद्युत कार्यालय का घेराव

कोरबा जिले में बिजली दरों में हालिया वृद्धि और खराब बिजली व्यवस्था के विरोध में कांग्रेस ने “बिजली न्याय यात्रा” के तहत जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस ग्रामीण जिला अध्यक्ष मनोज चौहान के नेतृत्व में लगभग 40 कार्यकर्ताओं ने पाली स्थित विद्युत विभाग कार्यालय का घेराव कर रैली निकाली और ज्ञापन सौंपा। इस प्रदर्शन में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष यशवंत लाल, जिला पंचायत सदस्य कौशल नेटी सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल रहे।

बिजली दर वृद्धि से किसानों को नुकसान

कांग्रेस ग्रामीण जिला अध्यक्ष मनोज चौहान ने कहा कि बिजली दरों में वृद्धि से सभी वर्ग, खासकर किसान, बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले से ही बढ़ी हुई दरों के बाद यह नई वृद्धि आर्थिक नुकसान का कारण बनेगी। चौहान ने सरकार से इस जनविरोधी कदम पर पुनर्विचार करने की मांग की और कहा कि खेती-किसानी और घरेलू उपयोग पर इसका गंभीर असर पड़ेगा। उन्होंने इस यात्रा को सरकार को जगाने का प्रयास बताया ताकि जनता की समस्याओं पर ध्यान दिया जाए।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था बदहाल

चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था की बदहाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में एक-एक सप्ताह तक बिजली गुल रहती है। हल्की बारिश या आंधी-तूफान में बिजली बंद कर दी जाती है, और शिकायत के बावजूद विद्युत विभाग के कर्मचारी समय पर कार्रवाई नहीं करते। कुछ दिन पहले कटघोरा मुख्य मार्ग पर ग्रामीणों ने बिजली व्यवस्था की अनियमितता के खिलाफ चक्का जाम किया था, जिसे पुलिस और अधिकारियों ने समझाइश देकर शांत कराया था।

शहरी क्षेत्र भी बिजली की समस्याओं से अछूते नहीं हैं। कोरबा के कई इलाकों में हल्की बारिश में बिजली ठप हो जाती है। हाल ही में मुड़ापार बुधवारी मुख्य मार्ग पर एक ट्रांसफार्मर में धुआं उठने की घटना सामने आई, जिसे स्थानीय लोगों ने समय रहते काबू किया। एक अन्य घटना में कोरबा मुख्य मार्ग पर बिजली के खंभे में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। सबसे गंभीर घटना टीपी नगर में हुई, जहां इलेक्ट्रिक बॉक्स में आग लगने से पूरे परिसर में आग फैल गई और तीन लोगों की मौत हो गई subsided.

सरकार पर बिजली के नाम पर “डकैती” का आरोप

कांग्रेस ने बिजली दरों में वृद्धि को “जनविरोधी” और “बिजली के नाम पर डकैती” करार दिया। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने डेढ़ साल में चौथी बार बिजली दरें बढ़ाई हैं, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं, गैर-घरेलू उपयोगकर्ताओं और किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है।

कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने बिजली दरों में वृद्धि वापस नहीं ली और विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं किया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि जनता को राहत मिल सके।