2026 से शुरू होगी इलेक्ट्रिक बस सेवा, जमनीपाली बस स्टैंड पर तेजी से हो रहा आधारभूत कार्य

कोरबा जिले में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने और किफायती, पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना’ के तहत 40 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन 2026 से शुरू होगा। इसके लिए जमनीपाली के प्रतीक्षा बस स्टैंड पर आधारभूत ढांचे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।

केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष कोरबा के लिए 40 इलेक्ट्रिक बसों की मंजूरी दी थी, जिसके बाद सिविल और बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 10.97 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ। जमनीपाली बस स्टैंड, जो पहले 2018 में सिटी बस टर्मिनल के रूप में स्थापित किया गया था, को इस योजना के लिए उपयुक्त पाया गया। अप्रैल 2025 में टेंडर प्रक्रिया के बाद शुरू हुए निर्माण कार्य को 10 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। सिविल कार्य तेजी से प्रगति पर है, और टर्मिनल निर्माण समयबद्ध तरीके से हो रहा है।

सस्ती और प्रदूषण-मुक्त आवागमन सुविधा

इलेक्ट्रिक बसें कोरबा के औद्योगिक और उपनगरीय क्षेत्रों जैसे कुसमुंडा, बांकीमोंगरा, बालकोनगर, जमनीपाली, दीपका और रजगामार में लाखों कामकाजी और आम लोगों के लिए किफायती परिवहन सुविधा प्रदान करेंगी। कोयला खदानों, बिजली संयंत्रों, एल्यूमिनियम कारखानों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में काम करने वाले लोग इस सेवा से लाभान्वित होंगे। ये बसें न केवल प्रदूषण-मुक्त हैं, बल्कि कम परिचालन लागत के कारण सस्ती भी होंगी, जिससे कोरबा के ‘हरित कोरबा’ अभियान को बढ़ावा मिलेगा।

नगर पालिका निगम के आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों से कोरबा में प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी, खासकर तब जब शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ठंड के मौसम में 300 तक पहुंच जाता है। यह योजना न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय लोगों को सुविधाजनक और किफायती परिवहन विकल्प भी प्रदान करेगी।