कोरबा में खाद-बीज वितरण में भेदभाव: किसानों की शिकायत, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

कोरबा। खरीफ सीजन के दौरान कोरबा जिले में किसानों को खाद और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा बार-बार निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन कई सेवा सहकारी समितियों में किसानों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। सरपता गांव के निवासी देवनारायण सहित अन्य ग्रामीणों ने जिला कार्यालय में जनदर्शन के दौरान शिकायत दर्ज की कि सिरमिना आदिवासी सेवा सहकारी समिति में चेहरा देखकर खाद और बीज वितरित किए जा रहे हैं।

किसानों का आरोप है कि उन्हें खाद-बीज की अनुपलब्धता का हवाला देकर बैरंग लौटाया जा रहा है, जबकि कुछ लोगों को 2200 से 2500 रुपये लेकर ये सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इस भेदभावपूर्ण रवैये से किसानों में नाराजगी है और विवाद की स्थिति बन रही है। दो दिन पहले ग्रामीणों ने इस मामले का एक वीडियो तैयार कर अधिकारियों को सौंपा और लिखित शिकायत में वास्तविक स्थिति से अवगत कराया।

किसानों का कहना है कि यदि खाद-बीज उपलब्ध नहीं हैं तो यह स्वीकार्य है, लेकिन नगद भुगतान के आधार पर कुछ लोगों को सुविधा देना गलत है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले भी जिले की कुछ सहकारी समितियों में भंडारण की कमी के मामले सामने आ चुके हैं, जिनके बाद सफाई देनी पड़ी थी।

चूंकि विधानसभा के मानसून सत्र में इस मुद्दे पर हंगामा हो रहा है, उम्मीद की जा रही है कि जिला प्रशासन खाद-बीज वितरण व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाएगा।