डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 124वीं जयंती कोरबा पूर्व ताप विद्युत गृह में मनाई गई

’’वे सच्चे अर्थो में मानवता के उपासक और सिद्धांतवादी थे’’- कंसल

कोरबा । डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह, कोरबा पूर्व में आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 124वीं जयंती उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई।

इस अवसर पर संयंत्र के मुख्य अभियंता संजीव कंसल, अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं राजेश्वरी रावत, एल.एन. सूर्यवंशी, सुनील सरना और वरिष्ठ मुख्य रसायनज्ञ मालती जोशी की गरिमामय उपस्थिति में डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।

मुख्य अभियंता संजीव कंसल ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ था। वे एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी, प्रख्यात शिक्षाविद्, सच्चे मानवतावादी और सिद्धांतवादी थे। उन्होंने मात्र 33 वर्ष की आयु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति का पद संभाला, जो इस पद पर नियुक्त होने वाले सबसे कम उम्र के कुलपति थे।

कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कल्याण अधिकारी सह मुख्य रसायनज्ञ गोवर्धन सिदार ने किया।

इस अवसर पर संयंत्र के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन सिविल विभाग द्वारा किया गया।