कुसमुंडा एसईसीएल पर्सनल विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, चहेते ठेकेदारों को मनमाने दामों में काम सौंपने का दावा

कोरबा-कुसमुंडा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) कुसमुंडा एरिया के पर्सनल विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं। विभाग द्वारा आकस्मिक कार्यों में चहेते ठेकेदारों को मनमाने दामों पर काम सौंपे जाने की शिकायतें सामने आ रही हैं।

सूत्रों के अनुसार, जटराज गांव में भूमि अधिग्रहण के दौरान टेंट, वाहन, और खानपान जैसे कार्यों में अनियमितताएं बरती गईं।

बताया जा रहा है कि खाने की प्रति प्लेट कीमत जो पहले 150 रुपये थी, उसे 180 रुपये कर दिया गया। टेंट, जो पहले 15-20 हजार रुपये में लगाए जाते थे, अब 30-40 हजार रुपये में लग रहे हैं। वाहनों के मामले में भी पुरानी गाड़ियों का उपयोग कर अधिक भुगतान किया जा रहा है।

उदाहरण के लिए, 50 किलोमीटर की यात्रा के बिल 200-250 किलोमीटर के बनाए जा रहे हैं। पानी की बोतलों से लेकर चाय के कप तक में कथित तौर पर बंदरबांट हो रही है।

यह अनियमितताएं केवल जटराज तक सीमित नहीं हैं। योगा कार्यक्रम, इमली छापर मकान तोड़फोड़, और अधिकारियों की देर शाम की बैठकों जैसे आयोजनों में भी यही स्थिति देखने को मिल रही है। आरोप है कि सभी कार्य एक ही तथाकथित ठेकेदार को दिए जा रहे हैं, जो कुसमुंडा ऑफिस के आसपास रहता है।

दबी जुबान से यह भी कहा जा रहा है कि यह ठेकेदार ही पर्सनल विभाग के फैसलों को नियंत्रित करता है, जिसमें क्वार्टर आवंटन से लेकर आकस्मिक कार्यों का आवंटन शामिल है।

सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी में भी गलत विवरण दिए जाने की शिकायत है। पहले भी पर्सनल विभाग के एक पूर्व अधिकारी के कारनामों का खुलासा हुआ था, लेकिन कार्रवाई के बजाय उन्हें सम्मानजनक विदाई दी गई।

अब नए अधिकारी उसी राह पर चल रहे हैं। स्थानीय लोगों और सूत्रों का कहना है कि विभाग की इन गतिविधियों से एसईसीएल प्रबंधन की साख को नुकसान पहुंच रहा है।

आरोपों की जांच की मांग जोर पकड़ रही है। यदि बड़े स्तर पर जांच होती है, तो भ्रष्टाचार के बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।