कोरबा में बाढ़ का अलर्ट: मिनीमाता बांगो बांध और हसदेव बैराज से जल प्रवाह की चेतावनी, 30 से अधिक गांवों में सतर्कता

कोरबा जिले में वर्षा ऋतु 2025 की तैयारियों के तहत जल संसाधन विभाग ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया है। मिनीमाता बांगो बांध संभाग क्रमांक-3, माचाडोली के कार्यपालन अभियंता ने सूचित किया है कि आवश्यकता पड़ने पर मिनीमाता बांगो बांध और हसदेव बैराज, दर्री से हसदेव नदी में कभी भी बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा सकता है। इससे नदी के दोनों तटों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

हसदेव नदी के किनारे बसे गांवों, खासकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, खनिज खदानों के ठेकेदारों, औद्योगिक इकाइयों और विभिन्न संस्थानों को अपनी चल-अचल संपत्तियों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की सलाह दी गई है। अभियंता ने स्पष्ट किया कि अचानक जल प्रवाह या बाढ़ से होने वाली किसी भी क्षति के लिए जल संसाधन विभाग जिम्मेदार नहीं होगा।

जल संसाधन विभाग ने बाढ़ संभावित गांवों में चेतावनी की मुनादी कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभावित होने वाले गांवों में बांगो, चर्रा, पोड़ीउपरोड़ा, कोनकोना, लेपरा, टुनियाकछार, पाथा, गाड़ाघाट, छिनमेर, कछार, कल्मीपारा, सिलयारीपारा, जुनापारा, तिलाईडांड, डुगुपारा, टुंगुमाड़ा, छिर्रापारा, मछलीबाटा, कोरियाघाट, धनगांव, डोंगाघाट, नरमदा, औराकछार, सोनगुड़ा, जेल गांव, झाबू, नवांगांव, तिलसाभाटा, लोतलोता, स्याहीमुड़ी, कोडा, हथमार, झोरा और सिरकीकला जैसे 30 से अधिक गांव शामिल हैं।

विभाग ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने, प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। यह चेतावनी पिछले वर्ष अगस्त 2024 में हसदेव नदी के बढ़ते जलस्तर और बांगो बांध से 30,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद उत्पन्न बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जारी की गई है, जब मोतीसागरपाड़ा, सीतामणि और इमलीडुग्गु जैसे क्षेत्रों में बाढ़ और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा था।

जल संसाधन विभाग ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, और नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की जा रही है।