दो भूमिगत कोल ब्लॉक्स के लिए 12वें दौर की नीलामी में 8 कंपनियों की 14 बोलियां

कोरबा। कमर्शियल कोल माइनिंग के तहत कोयला मंत्रालय द्वारा 12वें दौर की नीलामी में छह भूमिगत कोल ब्लॉक्स में से दो, जो छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित हैं, के लिए 14 बोलियां प्राप्त हुई हैं। ये ब्लॉक रजगामार डिपसाइड देवनारा और रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह हैं, जिनके लिए 8 कंपनियों ने रुचि दिखाई है।

रजगामार डिपसाइड देवनारा में 78.464 मिलियन टन कोयला भंडार है। इसे पूर्व में एपीआई इस्पात एंड पॉवरटेक प्राइवेट लिमिटेड और सीजी स्पंज मैन्यूफैक्चर्स कंसोर्टियम कोलफील्ड्स लिमिटेड को आबंटित किया गया था। वहीं, रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह में 61.697 मिलियन टन कोयला भंडार है, जिसका 89% क्षेत्र जंगल से घिरा है। यह ब्लॉक पहले मोनेट इस्पात एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड और टॉपवर्थ स्टील प्राइवेट लिमिटेड को आबंटित था। कोयला घोटाले में इन कंपनियों के नाम आने के बाद दोनों ब्लॉक्स का आबंटन निरस्त कर दिया गया था।

अब इन ब्लॉक्स को दोबारा नीलामी के लिए रखा गया है। बोली लगाने वाली कंपनियों में गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड, दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड, पीएमसी मिनरल रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड, सिंघल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड, एनआरएसकेएस माइन्स एंड मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड, श्याम ओर्स प्राइवेट लिमिटेड (झारखंड), मिवार्ण स्टील लिमिटेड, और श्याम मेटालिक्स एंड एनर्जी लिमिटेड शामिल हैं।

कोयला मंत्रालय के अनुसार, नीलामी प्रक्रिया दो चरणों में आयोजित की जाती है, जिसमें तकनीकी स्क्रीनिंग के बाद अंतिम चरण में मूल्य बोली प्राप्त होती है। इन ब्लॉक्स की नीलामी से क्षेत्र में कोयला उत्पादन बढ़ाने और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।