विश्व आदिवासी दिवस पर पाली में 10 हजार से अधिक लोगों की रैली, शराब भट्टी बंद करने की मांग

कोरबा। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शनिवार, 9 अगस्त को कोरबा जिले के पाली में आदिवासी समाज ने अपनी एकजुटता और सांस्कृतिक ताकत का भव्य प्रदर्शन किया। सुबह से ही पाली के मैदान में पारंपरिक वेशभूषा और झंडों के साथ हजारों आदिवासी भाई-बहन जुटने लगे।

अनुमान के मुताबिक, 10 हजार से अधिक लोग इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर मरकाम ने शिरकत की। उनके साथ आदिवासी समाज के विभिन्न संगठन, युवा मंडल, महिला मंडल और सांस्कृतिक दल भी मौजूद रहे।

आयोजन के तहत एक विशाल रैली निकाली गई, जिसमें ढोल-मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्य करते हुए हजारों लोग सड़कों पर उतरे। रैली पाली थाना के बाहर पहुंची, जहां समाजजनों ने शराब भट्टी बंद करने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की।

इस दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई और जाम की स्थिति बन गई। पाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने और लोगों को समझाने का प्रयास किया।

तुलेश्वर मरकाम ने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस हर साल 9 अगस्त को विश्वभर में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने की थी, ताकि आदिवासी समुदायों के अधिकारों, संस्कृति और अस्तित्व की रक्षा की जा सके।

उन्होंने कहा, “यह दिवस हमारी परंपराओं, इतिहास और अधिकारों को याद करने का अवसर है, साथ ही यह हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने का मौका देता है।”

यह आयोजन न केवल आदिवासी समाज की एकजुटता का प्रतीक बना, बल्कि उनकी मांगों और सांस्कृतिक गौरव को भी सामने लाया।