इंडियन पोर्ट एसोसिएशन की परीक्षा में प्रभात दूसरे स्थान पर
कोरबा। भारतीय पोर्ट्स एसोसिएशन (आईपीए) द्वारा देश के प्रमुख बंदरगाहों में असिस्टेंट डायरेक्टर (इंडीपी) के लिये आयोजित अखिल भारतीय परीक्षा में रीवा के प्रभात तिवारी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। यह परीक्षा केवल चार रिक्त पदों के लिये आयोजित की गई थी, जिसमें हजारों की संख्या में अभ्यार्थिगों ने हिस्सा लिया था। जिसमें प्रभात को दूसरा स्थान मिला है। यह उपलब्धि न केवल प्रभात के लिए बल्कि उनके परिवार और जिले के लिए भी गर्व का क्षण है।
प्रभात तिवारी मूलत: बरहुला गांव के रहने वाले हैं। जिनके पिता अरुण त्रिपाठी और माता रश्मि त्रिपाठी हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से इस इस कठिन प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। प्रभात कोरबा के शिक्षाविद् स्व. वायएन त्रिपाठी के पौत्र है।
20 मार्च 2025 को आयोजित लिखित परीक्षा और 12 जून 2025 को विशाखापत्तनम पोर्ट अर्थारिटी में हुए साक्षात्कार में प्रभात ने अपनी बौद्धिक क्षमता और तकनीकी दक्षता का परिचय दिया।
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत दीनदयाल, चेन्नई, मुंबई, विशाखापत्तनम और न्यू मंगलौर पोर्ट अथॉरिटी में कुल चार पदों के लिए देशभर से हजारों उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। प्रभात का विशाखापत्तनम पोर्ट अथॉरिटी में असिस्टेंट डायरेक्टर परिवार में खुशी की लहर वर्तमान में कोरबा छतीसगढ़ की निहारिका कॉलोनी में निवास करने वाले प्रभात का मूल निवास बरहुला, जिला रीवा है। उनकी इस सफलता पर परिवार में खुशी की लहर है।
विशेष रूप से उनके मामा-मामी राजेंद्र मिश्रा, किरण मिश्रा, संजय मिश्रा, संध्या मिश्रा, चाचा-चाची मनोज तिवारी, सीता तिवारी,भाई सौरव, मोनू, मनीष, बहन बद्धा, और नाना-नानी राममूर्ति मिश्रा, गुलाब चती मिश्रा सभी गर्व और उल्लास से भरे हैं। (ईडीपी) के रूप में चयन हुआ है। जहाँ ये जल्द ही अपनी सेवाएँ शुरू करेंगे।
युवाओं के लिए मिसाल
ईडीपी के लिये आयोजित परीक्षा में चयन होने के बाद प्रभात सोमवार को रीया आनंद नगर निवासी अपने मामा संजय मिश्रा के घर पहुंचे। जहां पर बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा रहा। प्रभात के चाचा मनोज तिवारी ने कहा प्रभात ने हम सभी का सिर गर्व से ऊंचा किया है। उसकी मेहनत और समर्पण युवाओं के लिए एक मिसाल है।
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