आषाढ़ में ज्यादा भोजन करने से बचे लोग : डॉ.नागेन्द्र

कोरबा। आषाढ़ का महिना 12 जून से प्रभावी रहेगा। यह ऋतुओं का संधिकाल है। इस दौरान लोगों को खान-पान में सावधानी रखने की जरूरत है। आयुर्वेद चिकित्सक नाड़ी वैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया कि इस अवधि में पानी से संबंधित बीमारियां ज्यादा होती हैं। ऐसे में इन दिनों पानी उबालकर पीना पिए। रसीले फलों का सेवन करें पर बेल से पहरेज करें।

इस काल में वातावरण मे परिवर्तन होने के कारण हमारी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है जिसके कारण से हमे अपनी पाचन शक्ति को सही रखने के लिए मसालेदार और तली भुनी चीजें से परहेज करने की जरूरत है साथ ही अत्यधिक भोजन करने से बचना होगा।

आषाढ़ मास में अपने भोजन में सौंफ और हींग का प्रयोग करना हितकारी होता है। साथ ही इस माह में हरी पत्तेदार सब्जियां, मसूर दाल, गोभी, लहसुन, प्याज, बैगन के सेवन से भी बचने की कोशिश जरूर करें।