आधी रात को नशेडिय़ों का उत्पात, काफी पाइंट को किया तहस-नहस

बालकोनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया, फॉरेस्ट की भूमिका पर सवाल

कोरबा। नागरिकों को स्वस्थ मनोरंजन और फुर्सत के कुछ घंटे बीताने के लिए पिछले वर्षों में बालकोनगर-अरेतरा मार्ग पर विकसित किए गए काफी पाइंट के आधुनिकीकरण के बाद यहां नशेडिय़ों की जमघट शुरू हो गई है।

वन विभाग ने मौके पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए है। बीती मध्य रात्रि नशेडिय़ों ने यहां उत्पात मचाते हुए जमकर तोड़-फोड़ की। लाखों के नुकसान पर बालकोनगर पुलिस ने अपराध दर्ज किया है।

बालकोनगर थाना व बालको वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत दूधीटांगर में काफी पाइंट को बेहतर किया गया है।

यहां लोगों को सुविधाएं तो मिली रही थी लेकिन अब नशेडिय़ों की पहुंच के कारण स्थिति खराब हो रही है। खबर के अनुसार गुरुवार-शुक्रवार की मध्य रात करीब 2 बजे कॉफी प्वाइंट में नशेडिय़ों के समूह ने जमकर तोड़-फोड़ की।

उनके द्वारा यहां के दरवाजे, खिड़कियों को तोडक़र नुकसान पहुंचाने के साथ ही छत पर मौजूद फर्नीचर के सामानों को भी तोडफ़ोड़ किया गया। जब यहां कार्यरत कर्मचारी सरवन यादव ने इन्हें ऐसा करने से रोका और मना किया तो उसके साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर सभी लोग भाग निकले।

बताया गया कि यह लोग बाइक पर सवार होकर यहां पहुंचे थे और उनकी संख्या अधिक थी। आधी रात को उनके द्वारा की गई करतूत से कर्मी भयभीत हो गए। अगली सुबह उन्होंने बालको थाना में इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। थाना प्रभारी निरीक्षक अभिनवकांत सिंह के निर्देश पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना और पता तलाश किया जा रहा है।

संदिग्ध जोड़े भी पहुंचते हैं यहां
कॉफी प्वाइंट में यह कोई पहला मौका नहीं है जब यहां असामाजिक गतिविधियों को अंजाम दिया गया हो। यहां देर शाम और देर रात तक आने-जाने वाले लोगों और संदिग्ध जोड़ों पर भी लगाम लगाने की आवश्यकता है। वन विभाग को यहां एक अनिवार्य स्थायी परिसर रक्षक की नियुक्ति की जानी चाहिए साथ ही सुरक्षा के लिहाज से वन सुरक्षा कर्मियों की भी तैनाती पर्याप्त संख्या में किया जाना आवश्यक है।