बाघ ने किया भैंस का शिकार , फॉरेस्ट अनजान

कोरबा। जिले के पाली वन क्षेत्र में चैतुरगढ़ के आसपास विगत दो-तीन दिन से बाघ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इसके द्वारा एक भैंस का शिकार किए जाने की खबर है। घटनास्थल पर बाघ के पद चिन्ह भी मिले हैं।

ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दे दी है। वहीं वन विभाग का कहना है कि मामले की वास्तविकता ज्ञात करनी होगी।

सूत्रों का कहना है कि आसपास के ग्रामीणों ने जेमरा-चैतुरगढ़ के पहाड़ी जंगल में 2-3 दिन से एक बाघ को देखा है।

इसी जानवर ने एक ग्रामीण की भैंस का शिकार किया है।

आज सुबह वन्य क्षेत्र में गए ग्रामीण ने मृत हालत में भैंस को देखा। भैंस के शरीर पर जंगली जानवर के शिकार के गहरे निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है।

चैतुरगढ की पहाड़ी अचानकमार अभयारण्य से जुड़ा हुआ है जो वन्य जीवों के लिए एक कारीडोर का निर्माण करता है। गर्मी के दिनों में अक्सर शेर, बाघ, तेंदुआ अथवा अन्य वन्य जीव अचानकमार से सटे इस वन्य क्षेत्र में पानी और चारे की तलाश में आते जाते रहे हैं।