हाथियों का उत्पात, फसलों को नुकसान, ग्रामीणों में दहशत

कोरबा। बालको और कटघोरा वन परिक्षेत्रों में हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। 39 हाथियों का एक दल बालको वन परिक्षेत्र के भटगांव क्षेत्र में पहुंच गया है, जहां इसने चुइया गांव में मूंगफली की फसलों को तहस-नहस कर ग्रामीणों को भारी नुकसान पहुंचाया।

ग्रामीणों ने हाथियों की मौजूदगी की सूचना वन विभाग को दी, जिसके बाद विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और नुकसान का आकलन किया। प्रभावित ग्रामीणों को क्षतिपूर्ति के लिए रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

बालको वन परिक्षेत्र में ही 13 हाथियों का एक अन्य दल माखुरपानी गांव के जंगल में पिछले एक पखवाड़े से डेरा जमाए हुए है। यह दल दिन में विश्राम करता है और रात में जंगल में विचरण करता है। लंबे समय तक क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है, लेकिन आगामी तेंदूपत्ता संग्रहण के दौरान ग्रामीणों के जंगल में जाने से खतरा बढ़ सकता है।

उधर, कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज के बनिया जंगल में 33 हाथियों का एक दल पहुंच गया है। यह दल पहले केंदई रेंज के कोरबी सर्किल में विचरण कर रहा था, लेकिन बीती रात यह बनिया जंगल में चला गया। वन विभाग ने सभी क्षेत्रों में हाथियों की निगरानी शुरू कर दी है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

हाथियों के बढ़ते उत्पात ने ग्रामीणों की आजीविका और सुरक्षा पर गंभीर खतरा पैदा कर दिया है, जिसे लेकर वन विभाग पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है।