रिश्वत मांगने वाला फरार राजस्व निरीक्षक एसीबी के हत्थे चढ़ा, जेल भेजा गया

गौरेला पेंड्रा मरवाही। गौरेला में जमीन सीमांकन के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने वाला फरार राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज आखिरकार एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के हत्थे चढ़ गया। 23 अप्रैल 2025 को उसने बढ़ते दबाव के चलते बिलासपुर स्थित एसीबी कार्यालय में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के ग्राम आंदु का है, जहां प्रार्थी रंजीत सिंह राठौर से उनके पिता शिव कुमार के नाम पर दो एकड़ कृषि भूमि के सीमांकन के लिए राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज ने 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी।

प्रार्थी ने इसकी शिकायत एसीबी बिलासपुर में की। 15 अप्रैल 2025 को तहसील कार्यालय गौरेला में रिश्वत की रकम देने के दौरान घनश्याम ने अपने साथी राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चंद्रसेन को रकम लेने के लिए कहा।

एसीबी ने संतोष को 50 हजार रुपये के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया और रकम जब्त कर उसे गिरफ्तार किया। संतोष वर्तमान में जेल में है।

उसी दौरान भीड़भाड़ का फायदा उठाकर घनश्याम भारद्वाज मौके से फरार हो गया था। एसीबी की लगातार पतासाजी और दबाव के बाद 23 अप्रैल 2025 को उसने आत्मसमर्पण किया।

एसीबी ने उसे धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया। जमानत न मिलने पर उसे जेल भेज दिया गया।

यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सख्ती को दर्शाती है और क्षेत्र में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को बल देती है।