जीएफसी स्टार रेटिंग व ओडीएफ प्लस-प्लस की तैयारियों को दें अंजाम : आयुक्त

त्रुटिरहित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने दिए दिशा-निर्देश

कोरबा। आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने शुक्रवार को निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गारवेज फ्री सिटी स्टार रेटिंग, ओडीएफ प्लस-प्लस एवं वाटर प्लस से जुड़े सभी कार्या पर विशेष फोकस रखते हुए इस संबंध में की जा रही तैयारियों को अंतिम रूप दें। उन्होंने कहा कि कचरे के डोर-टू-डोर कलेक्शन, सोर्स सेग्रीगेशन, अपशिष्ट की प्रोसेसिंग, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट, सीटीपीटी. वाटरबाडी व शहर सौदंर्यीकरण सहित समस्त बिन्दुओं पर ठोस कार्यवाही करते हुए त्रुटिरहित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं।


आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने नगर पालिक निगम के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में निगम के अधिकारियों, अभियंताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक लेते हुए जीएफसी स्टार रेटिंग, ओडीएफ प्लस-प्लस व वाटर प्लस के संबंध में निगम द्वारा किए जा रहे कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा की।

आयुक्त ने अधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि निगम की डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण व्यवस्था में पूर्ण रूप से कसावट लाते हुए शत प्रतिशत घरों से सूखे व गीले कचरे का पृथक-पृथक संग्रहण सुनिश्चित कराएं, साथ ही कचरे के सोर्स सेग्रीगेशन यानी कचरा उत्सर्जन स्थल पर ही कचरे का पृथकीकरण, गीले एवं सूखे कचरे की प्रोसेसिंग, डम्प साईट रेमिडेशन तथा विजुअल क्लीननेस से जुड़े सभी कार्यो पर ठोस कार्यवाही करते हुए निर्धारित मानकों के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं।

बैठक के दौरान अपर आयुक्त विनय मिश्रा, अधीक्षण अभियंता सुरेश बरूवा, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी, जोन कमिश्नर विनोद शांडिल्य, तपन तिवारी, अखिलेश शुक्ला, प्रकाश चन्द्रा, एनके नाथ, अजीत तिग्गा, वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक सुनील वर्मा, सचिन्द्र थवाईत, शैलेन्द्र नामदेव, अभियंता सुनील टांडे, एमएल बरेठ, यशवंत जोगी, पीयूष राजपूत आदि उपस्थित थे।


प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट पर फोकस
बैठक के दौरान आयुक्त ने प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट से जुड़े कार्यो पर विशेष फोकस रखने, यूजर चार्जेज कलेक्शन को बढ़ाने तथा स्वच्छता व साफ-सफाई से जुड़े शिकायतों का समयसीमा पर त्वरित निराकरण करने के साथ-साथ प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करने तथा इसका उपयोग करते पाए जाने पर अर्थदण्ड लगाने आदि की कार्यवाही करें।

आयुक्त ने कहा कि निगम क्षेत्र में स्थित विभिन्न वाटरबाडी, तालाब, जलस्त्रोत आदि के सौदंर्यीकरण व शहर के सौदंर्यीकरण पर निरंतर कार्य करें।

निगम क्षेत्र में स्थित समस्त सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों की व्यवस्थाओं पर निरंतर सुधार कार्य जारी रखें तथा वहॉं पर निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप व्यवस्थाएं हों, यह अंतिम रूप से सुनिश्चित करें।