24 घंटे में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई पुलिस ने, आरोपी गिरफ्तार

कोरबा-कुसमुण्डा। 24 घंटे में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में कुसमुण्डा पुलिस को सफलता मिली है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल दाखिल कराया जाएगा।


पुलिस सहायता केन्द्र सर्वमंगला थाना कुसमुण्डा के द्वारा घटनास्थल निरीक्षण पर मृतक वासुदेव पिता शत्रुहन यादव 66 वर्ष, मृतिका शांता यादव पति वासुदेव यादव 64 वर्ष दोनों निवासी भिखारीडेरा बरेठ मोहल्ला चौकी सर्वमंगला का डॉक्टर द्वारा पीएम रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी द्वारा आरोपी की पतासाजी करने आवश्यक निर्देश दिये गये तथा मामले की गुत्थी सुलझाने मार्गदर्शन दिया गया।

थाना प्रभारी कुसमुण्डा एवं चौकी प्रभारी सर्वमंगला के द्वारा मातहत कर्मचारियों के साथ मामले में विवेचना के दौरान ज्ञात हुआ कि घटनास्थल के पास रहने वाले विनोद मसीह 3 दिसंबर की रात्रि 9 बजे भिखारीडेरा सर्वमंगला नगर बोर के पास कमल सतनामी, बबला उर्फ शेख रमजान अली एवं वासुदेव यादव को बैठकर शराब पीते देखा गया है एवं कुछ समय बाद वासुदेव यादव के घर में जाकर देखने पर बबला उर्फ रमजान को शांता यादव का पैर पकड़े हुए एवं कमल सतनामी को शांता यादव का गला पकड़े देखना बताया गया।

बबला उर्फ शेख रमजान अली को तलब कर पूछताछ करने पर 3 दिसंबर की रात्रि बोर के पास वासुदेव यादव, कमल सतनामी तीनों एक साथ शराब पीना फिर कमल सतनामी वासुदेव यादव के घर जाना कुछ समय बाद वासुदेव का जाना फिर वासुदेव के पीछे स्वयं जाना एवं कमरा अंदर शांता यादव को जमीन में आपत्तिजनक हालत में देखना बताया।

आरोपी बबला उर्फ रमजान अली के द्वारा घटनाकारित करने के बाद बचने के लिए चौकी में मृतकों की मरने की सूचना दिया है जो कि साक्ष्य छिपाने व एक से अधिक आरोपी होने से धारा 238, 3 (5) बीएनएस जोड़ा गया है।

आरोपी शेख रमजान अली पिता मो. शेख अब्बारा अली 32 वर्ष निवासी भिखारीडेरा बरेठ मोहल्ला चौकी सर्वमंगला को धारा 103 (1), 238, 3 (2) बीएनएस के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से जेल दाखिल कराया जाएगा।

उपरोक्त कार्यवाही में उप निरीक्षक रफिक खान, सहायक उप निरीक्षक विभव तिवारी, सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मी प्रसाद रात्रे, प्रधान आरक्षक शिव जायसवाल, आरक्षक गजानंद यादव, केशव कंवर, दिपेश प्रधान, दुर्गेश डनसेना, सैनिक सुखनंदन टण्डन एवं विजेता कुमार की भूमिका रही।