चिकित्सकों ने कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को किया प्रशिक्षित

आपात स्थिति में सही फस्र्ट-एड से बच सकती है जान

कोरबा । दुर्घटना, भगदड़ या आपदा के समय फ्रंट लाईन में कार्य करने वाले कर्मचारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। सही समय पर दुर्घटना पीडि़तों का प्राथमिक उपचार मिलने से जिंदगियों को बचाया जा सकता है। इस दिशा में यह प्राथमिक उपचार सहायता प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण एवं कारगार साबित होगा।

प्राथमिक उपचार सहायता का प्रशिक्षण उद्योगों में कार्यरत सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए अत्यंत ही आवश्यक है, इसकी जानकारी रहने से दुर्घटना के समय पर वो अपने हुनर का उपयोग कर तत्काल घायलों को प्राथमिक उपचार सहायता प्रदाय कर लोगों की जान बचा सकते हैं।


जिला मुख्या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केशरी द्वारा भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी राज्य शाखा रायपुर के निर्देशानुसार अकस्मात औद्योगिक संस्थानों के कामगार एवं सडक़ दुर्घटनाओं से होने वाले जन हानि को रोकने की दृष्टिकोण से जिले के चिकित्सकों हेतु फस्र्ट-एड प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

जिले में लगभग 1000 व्यक्तियों को औद्योगिक संस्थानों एवं स्कूल-महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को फस्र्ट एड प्रशिक्षण दिया गया साथ ही जिले में फस्र्ट-एड वांलिटियर बनाए जाने हेतु प्रशिक्षित चिकित्सकों के माध्यम से औद्योगिक संस्थानों एवं स्कूल महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण दिया गया जिसमें 147 अधिकारी-कर्मचारी लाभान्वित हुए।

कलेक्टर श्री वसंत ने भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा कराए गए फस्र्ट-एड प्रशिक्षण को उपयोगी बताते हुए कहा कि किसी भी दुर्घटना से तत्काल प्राथमिक चिकित्सा सहायता प्रदान कर अनेकों जाने बचाई जा सकती है।