इन तीन स्टेशनों के बाहर रियायती दरों पर मिलेंगी दवाइयां

बिलासपुर। भारतीय रेलवे ने स्टेशन के सर्कुलेटिंग क्षेत्र और कांकोर्स में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) स्थापित करने के लिए एक नीतिगत ढांचे की संकल्पना की है, जो लाइसेंसधारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे। दैनिक यात्री व अन्य लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे लगातार सुविधाओं का विस्तार कर रही है। रेलवे स्टेशन पर पीएमबीजे के स्थापित करने के उद्देश्य सभी को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं (जनऔषधि उत्पाद) उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के मिशन को बढ़ावा देना है।

उद्यमियों के लिए नए रास्ते
सस्ती कीमतों पर दवाएं उपलब्ध कराकर समाज के सभी वर्गों के बीच कल्याण और कल्याण को बढ़ाना है। रोजगार के अवसर करने और पीएमबीजेके खोलने के लिए उद्यमियों के लिए नए रास्ते तैयार करना है।इस योजना के तहत, पीएमबीजेके को वांछनीय यात्री सुविधा माना जाएगा। रेलवे वाणिज्यिक आधारों पर लाइसेंसधारियों द्वारा संचालन के लिए स्टेशनों के परिचालित क्षेत्र और उपनगरों में निर्मित आउटलेट प्रदान किया जाएगा। आउटलेट सुविधाजनक स्थानों पर सर्कुलेटिंग एरिया स्थित होंगे, ताकि आने वाले और बाहर जाने वाले दोनों यात्रियों को लाभ हो।

ई- नीलामी के जरिए होगा आवंटन

रेलवे मंडल द्वारा चिन्हित स्थानों पर लाइसेंसधारियों द्वारा पीएमबीजेके की स्थापना और संचालन किया जाएगा। आइआरईपीएस के माध्यम से संबंधित रेलवे मंडलों की तरह ई-नीलामी से स्टाल के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इन स्टालों को राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया जाएगा। पीएमबीजेके आउटलेट के सफल बोलीदाताओं को दवा की दुकान चलाने के लिए आवश्यक अनुमति और लाइसेंस प्राप्त करना होगा और दवाओं के भंडारण के लिए सभी वैधानिक आवश्यकताओं का पालन करना होगा।