एमसीएल उत्पादन में टाप पर, लेकिन राजस्व में एसईसीएल सबसे आगे

कोरबा: कोल इंडिया लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1,41,967.71 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया है। महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) कोयला उत्पादन में टाप पर है, लेकिन राजस्व के मामले में एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) सबसे आगे निकल गई है। इसके पीछे कारण एसईसीएल की खदानों में ज्यादा गुणवत्तायुक्त कोयला निकलना है।

देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा प्रोजेक्ट छत्तीसढ़ में संचालित है। इसके साथ ही दो अन्य मेगा प्रोजेक्ट कुसमुंडा व दीपका भी कोयला उत्पादन के क्षेत्र में नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं। इन सब के बावजूद एमसीएल 2020-21 वित्तीय वर्ष से लगातार कोयला उत्पादन के क्षेत्र में सिरमौर है। काेल इंडिया के एक रिपोर्ट के अनुसार एसईसीएल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 27,306.37 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया है। वहीं, एमसीएल को इस अवधि में 27,182.32 करोड़ रुपये मिले हैं।

इस तरह 124.32 करोड़ रूपये अधिक राजस्व है। कोयले की गुणवत्ता को ग्रेडवार विभाजित किया गया है। ग्रेड- वन काेयले से 15 प्रतिशत, ग्रेड- टू से 18 व राख निकलता है। उसके बाद के ग्रेड के कोयले में 20 से 28 प्रतिशत तक राख निकलता है। विद्युत प्रबंधनों के सामने शत-प्रतिशत राखड़ निपटान की चुनौती बनी हुई है। ऐसे में प्रबंधन अधिक कीमत में अच्छा ग्रेड का कोयला खरीदी को प्राथमिकता में रखते हैं। कोयले के गुणवत्ता में समझौता करने से राख प्रबंधन का खर्च और अधिक बढ़ जाता है।

एसईसीएल की सुराकछार, ढेलवाडीह में एक- ए टू ग्रेड का कोयला उत्पादन हो रहा, इसकी भी बाजार में अच्छी मांग है। गेवरा व दीपका से कहीं बेहतर कुसमुंडा खदान में ई-वन, ई-टू ग्रेड का कोयला उत्पादित हो रहा। यही वजह है कि कोल इंडिया से संबद्ध सभी कंपनियों से एसईसीएल राजस्व के मामले में सबसे नंबर हो गई है।बीते वर्ष एसईसीएल की एक करोड़ 96 लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया था।

जिले में संचालित एसईसीएल की कोयला खदानों ने एक करोड़ 57 लाख टन कोयला उत्पादन कर रिकार्ड बनाया था। इस वर्ष भी एसईसीएल को लगभग दो करोड़ छह लाख टन मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है।


पांच साल में छत्तीसगढ़ को13,780 करोड़ से अधिक की रायल्टी

कोल इंडिया के राजस्व का ब्यौरा

कंपनी- राजस्व (राशि करोड़ रुपये में)

बीसीसीएल- 14,113.31

सीसीएल- 16,565.72
ईसीएल- 14,559.14

एमसीएल- 27,182.32

एनसीएल- 24,632.89

एनईसी- 115.97

एसईसीएल- 27,306.37

डब्ल्यूसीएल- 17,491.99

सीआइएल कुल- 141,967.71