IMA रायपुर ने दी काम बंद करने की चेतावनी:आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों के 800 करोड़ रुपए अटके; गरीब मरीजों को होगी परेशानी

रायपुर.इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से संबंधित प्रदेश के अस्पतालों का करीब 800 करोड़ रुपए बकाया है। इसे लेकर रायपुर IMA की आम सभा में डॉक्टरों ने आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के भुगतान को लेकर नाराजगी जताई और काम बंद करने की चेतावनी दी है। अगर योजना के तहत डॉक्टरों ने काम करना बंद किया, तो गरीब मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

मंगलवार को शासन से भुगतान नहीं मिलने के कारण अस्पतालों की आर्थिक स्थिति को लेकर डॉक्टरों ने बैठक की। उनका कहना है कि भुगतान रुकने की स्थिति में अस्पतालों के लिए आगे इलाज करना मुश्किल हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि आईएमए के सदस्य प्रदेश की अन्य शाखाओं से भी बातचीत करेंगे, ताकि वित्तीय प्रबंधन के अभाव में काम को बंद या सीमित करने पर विचार किया जा सके।
IMA रायपुर के पदाधिकारी।
छोटे अस्पताल बंद होने की कगार पर

IMA रायपुर के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि नवंबर महीने से अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। आयुष्मान योजना की गाइडलाइन में डेढ़ से दो महीने के बाद भुगतान हो जाने का प्रावधान है, लेकिन 6 माह से भुगतान लंबित होने के कारण छोटे अस्पताल काम नहीं कर पा रहे हैं। बहुत लंबे समय तक पैसा नहीं आने की स्थिति में छोटे अस्पताल बंद होने की कगार पर हैं।

हरियाणा और गुजरात में आयुष्मान योजना से इलाज बंद

गौरतलब है कि हरियाणा और गुजरात में अस्पतालों ने अनियमित भुगतान की समस्या के कारण आयुष्मान योजना से मरीजों का इलाज पूरी तरह से बंद कर दिया है। योजना में आ रही कठिनाइयों को लेकर अब प्रदेश स्तर के डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल शासन स्तर पर अधिकारियों से मिलेगा। अगर इस पर जल्द फैसला नहीं होता, तो छत्तीसगढ़ में भी आयुष्मान योजना से इलाज करने पर IMA बड़ा फैसला ले सकती है।

1000 से अधिक डॉक्टर जुडे़

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर से 1000 से ज्यादा डॉक्टर जुड़े हुए है। सदस्यों का कहना है कि अनियमित भुगतान की समस्या के कारण अस्पताल के प्रबंधन में काफी दिक्कतें आ रही हैं।

मंगलवार को IMA रायपुर की समान्य सभा की बैठक संपन्न हुई।
मंगलवार को IMA रायपुर की समान्य सभा की बैठक संपन्न हुई।
दो बार स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की

हॉस्पिटल बोर्ड आईएमए रायपुर के अध्यक्ष डॉ अनिल जैन और महासचिव डॉ दिग्विजय सिंह ने कहा कि आईएमए रायपुर शाखा के पदाधिकारी पिछले 4 महीने में स्वास्थ्य मंत्री से दो बार और अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु पिल्लै से मुलाकात कर रुके हुए भुगतान के बारे में बता चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने जल्द ही भुगतान का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रयास तेज नहीं किया गया। इससे अस्पतालों में इस योजना को लेकर रोष है।