जर्जर स्कूल भवन की छत गिरी, दो बच्चे घायल; शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर

मुंगेली जिले के जरहागांव विकासखंड के ग्राम पंचायत बरदुली स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में जर्जर छत का प्लास्टर गिरने से तीसरी कक्षा के दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। यह स्कूल पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक पुन्नूलाल मोहले के गृह ग्राम दशरंगपुर के पास है। घटना ने शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही को उजागर किया है, जबकि जिला प्रशासन अब तक कोई ठोस कदम उठाने में नाकाम रहा है।

घटना में हिमांचुक दिवाकर (9 वर्ष) और अंशिका दिवाकर (10 वर्ष) को सिर और हाथ में गंभीर चोटें आईं। हिमांचुक के सिर में तीन टांके लगे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने सीटी स्कैन की सलाह दी, लेकिन बीईओ ने बच्चों को बिना समुचित इलाज के घर भेज दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि डीईओ चंद्र कुमार घृतलहरे ने उनकी शिकायत पर ध्यान देना भी जरूरी नहीं समझा।

अभिभावकों और ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल भवन पूरी तरह जर्जर है और इसे तत्काल हटाकर नया भवन बनाया जाना चाहिए। ग्रामीण तुकाराम साहू ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वे स्कूल पहुंचे और बच्चों को अस्पताल ले जाकर उपचार में सहयोग किया।

यह घटना प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति को दर्शाती है। कई स्कूलों में न तो पर्याप्त शिक्षक हैं और न ही सुरक्षित भवन। जर्जर इमारतें बच्चों की जान के लिए खतरा बनी हुई हैं। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने भी इस मामले में सरकार से जवाब मांगा है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता बरकरार है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और स्कूल भवन के पुनर्निर्माण की मांग की है।