निगम आयुक्त ने दिए सख्त निर्देश: टीएल प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण करें, गुणवत्ता से समझौता नहीं

कोरबा। निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने प्रभारी अधिकारियों को कहा है कि टाइम लिमिट से संबंधित मामलों का निराकरण प्राथमिकता के साथ किया जाए। ऐसे मामलों में लापरवाही और उपेक्षा का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए।
साकेत भवन में ली गई इस बैठक में सहायक कलेक्टर क्षितिज गुरूभेले विशेष रूप से उपस्थित थे।

आयुक्त ने जोन कमिश्नरों, अधिकारियों, अभियंताओं की बैठक में टी.एल.प्रकरणों,जनशिकायतों,मुख्यमंत्री जनदर्शन, जनचौपाल आदि से जुड़े प्रकरणों के निराकरण की कार्यप्रगति की समीक्षा की। प्रकरणों के निराकरण पर हुई कार्यवाही की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए।

आशुतोष पाण्डेय ने निगम द्वारा विभिन्न मदों के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यो की कार्यप्रगति की समीक्षा की। उन्होने जिला खनिज न्यास मद, अधोसंरचना मद, निगम मद, सांसद मद, प्रभारी मंत्री मद, सी.एस.आर.मद, विधायक, महापौर, पार्षद मद, वित्त आयोग मद सहित अन्य विभिन्न मदों के तहत किए जाने वाले विकास व निर्माण कार्ये की कार्यप्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विकास व निर्माण में गुणवत्ता के साथ पैरामीटर का ध्यान रखने व क्वालिटी में किसी प्रकार का समझौता नहीं करने की नसीहत दी।

अधिकारियों को कहा गया कि कहीं भी अतिक्रमण नजर आए तो उस पर कार्यवाही करें। स्वच्छता के साथ स्वच्छ पेयजल की बहाली पर भी जोर दिया गया।

बैठक में अपर आयुक्त विनय मिश्रा, अधीक्षण अभियंता सुरेश बरूआ,उपायुक्त बी.पी.त्रिवेदी एवं पवन वर्मा, लेखाधिकारी भवकांत नायक,जोन कमिश्नर विनोद शांडिल्य, भूषण उरांव, अखिलेश शुक्ला, प्रकाश चन्द्रा, तपन तिवारी, एन.के.नाथ, राकेश मसीह, सुनील टांडे, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी, जनसंपर्क अधिकारी रावेन्द्र सिंह, संपदा अधिकारी अनिरूद्ध सिंह, सहायक राजस्व अधिकारी सुमित गुप्ता, निगम सचिव रामेश्वर सिंह कंवर, सहायक अभियंता पीयूष राजपूत,राहुल मिश्रा,विवेक रिछारिया, गोयल सिंह विमल,राजस्व निरीक्षक अजय अग्रवाल,अविनाश जायसवाल,पुखराज यादव, दिलेश्वर सिंह, संजय सिंह ठाकुर, महेश्वर सिंह, उत्तम साहू, रामकृष्ण सोनी, कुशल सिंह आदि के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।