गोकुलनगर प्राइमरी स्कूल में एक कमरे में पांच कक्षाओं की पढ़ाई, बुनियादी सुविधाओं का अभाव

कोरबा। जिले के गोकुलनगर प्राइमरी स्कूल में शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है। एक ही कमरे में पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चे एक साथ पढ़ाई करते हैं, जिसे शिक्षक ‘बहुकक्षा’ कहते हैं। स्कूल में केवल तीन कमरे हैं, जिनमें से एक जर्जर होने के कारण स्टोर रूम के रूप में इस्तेमाल होता है। बचे दो कमरों में से एक में सभी कक्षाओं के बच्चों को एक साथ बिठाया जाता है, जहां एक शिक्षक पांचों कक्षाओं को एकसाथ पढ़ाने का प्रयास करता है।

वर्तमान में स्कूल में 83 बच्चे दर्ज हैं, लेकिन पिछले वर्ष यह संख्या 100 थी। सितंबर तक चलने वाले दाखिले के बाद संख्या फिर से 100 के करीब पहुंचने की संभावना है।

बरसात के मौसम में बच्चों की उपस्थिति कम रहती है, जिसके कारण फिलहाल एक कमरे में पढ़ाई संचालित हो रही है। अधिक बच्चों के दाखिले पर दूसरा कमरा, जो वर्तमान में स्टाफ रूम है, भी कक्षा के लिए उपयोग किया जाता है। शिक्षकों का कहना है कि एक साथ पांच कक्षाओं को टाइम टेबल के अनुसार पढ़ाना संभव नहीं है। जब एक कक्षा की पढ़ाई होती है, तो बाकी कक्षाओं के बच्चे या तो चुपचाप बैठे रहते हैं या उन्हें कोई अन्य कार्य दे दिया जाता है। ऐसी स्थिति को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ना मुश्किल है।

स्कूल की अन्य सुविधाओं की स्थिति भी दयनीय है। किचन शेड और बच्चों के शौचालय की हालत संतोषजनक नहीं है।

शिक्षकों ने बताया कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने स्कूल में अतिरिक्त कमरों, बेहतर शौचालय और किचन शेड की मांग की है ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाएं मिल सकें।