बनवार में त्रासदी, कुआं के मलबे से निकाले गए पति-पत्नी व पुत्र के शव

27 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया एसडीआरएफ ने

कोरबा। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड के बनवार गांव में हुई त्रासदी में आखिरकार एक परिवार के 3 सदस्यों की मौत हो गई। कुआं धंसकने से मलबा में ये तीनों दब गए थे। 27 घंटे तक एसडीआरएफ के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद मौके से शव निकाले जा सके। पुलिस ने इस मामले में मर्ग पंचनामा के बाद मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए है। प्रशासन ने परिवार के आश्रित को नियमानुसार आर्थिक सहायता देने की बात कही है।

सोमवार को जटगा चौकी के बनवार गांव में यह घटना हुई। जिसकी जानकारी अगले दिवस वहां के लोगों को हुई।

जटगा चौकी व कटघोरा थाना को इस बारे में सूचित किया गया। उस समय तक यहीं मालूम था कि छेदूराम श्रीवास 65 वर्ष, पत्नी  कंचन 53 साल और पुत्र गोविंद 30 साल के चप्पल देखे गए है और संभवत: वे लापता है। चूंकि कुआं को धंसा हुआ देखा गया इससे अनहोनी की आशंका व्यक्त की जा रही थी।

अगले दिवस रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। 3 जेसीबी को इस ऑपरेशन में लगाया गया। कुएं में मौजूद पानी को मोटर पम्प से निकाला गया। लेकिन कोई नतीजे नहीं आ सके। बाद में चैन माउन्टेन का उपयोग किया गया और 27 घंटे के बाद तीनों सदस्यों के शव यहां से मिले।

इस दौरान गांव का माहौल गमगीन हो उठा। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली लेकिन घटनाक्रम को लेकर उनके पास संवेदना जताने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। जटगा चौकी ने इस मामले में बीएनएस की धारा में मर्ग कायम किया है।


मोटर पम्प निकालने के दौरान हुई घटना
जानकारी मिली कि घटना दिवस को घर के तीनों सदस्य अपने कच्चे कुएं में लगी मोटर को निकालने की कोशिश में थे। भारी बारिश के कारण उसके गिरने का डर था। उन्हें नहीं मालूम था कि मोटर पम्प की चिंता उनकी मौत का कारण बन सकती है।

खबरों के मुताबिक कुछ महीने पहले ही इस कुएं की खुदाई कराई गई थी और इस काम के लिए छेदूराम ने अपनी जमीन भी गिरवी रखी थी।