हाथियों का उत्पात: पसरखेत और कुदमुरा रेंज में 27 ग्रामीणों की फसल तबाह, प्रशासन से सुरक्षा की मांग

कोरबा वनमंडल के पसरखेत और कुदमुरा रेंज में हाथियों ने खेतों में पहुंचकर भारी उत्पात मचाया है, जिससे 27 ग्रामीणों की धान और मूंगफली की फसलें तहस-नहस हो गईं। इस घटना से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है और उन्होंने जिला प्रशासन व वन विभाग से फसल सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने की गुहार लगाई है।

जानकारी के अनुसार, पसरखेत रेंज में 11 हाथियों का दल पिछले कुछ दिनों से सक्रिय है, जबकि कुदमुरा रेंज में 26 हाथी विचरण कर रहे हैं। मंगलवार रात पसरखेत रेंज के मदनपुर परिसर के ग्राम छिरमहुआ में हाथियों ने पांच ग्रामीणों के खेतों और बाड़ियों में लगी धान व मूंगफली की फसलों को रौंदकर भारी नुकसान पहुंचाया। ग्रामीणों को इसकी जानकारी बुधवार सुबह तब हुई, जब वे खेतों में पहुंचे और अपनी फसलों को बर्बाद देखा।

वहीं, कुदमुरा रेंज के चचिया परिसर में हाथियों के दल ने रात भर उत्पात मचाया और 22 ग्रामीणों के खेतों में लगी धान की फसलों को तहस-नहस कर दिया। ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को सूचित किया, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया और रिपोर्ट तैयार की।

ग्रामीणों में आक्रोश, मेहनत पर फिरा पानी

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कड़ी मेहनत से फसलें उगाई थीं और अच्छे उत्पादन की उम्मीदें पाल रखी थीं, लेकिन हाथियों ने उनकी मेहनत और सपनों को चकनाचूर कर दिया। फसलों के नुकसान से प्रभावित ग्रामीणों ने वन विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि हाथियों को खेतों से दूर रखने के लिए ठोस उपाय किए जाएं और नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हाथियों को जंगल की ओर वापस भेजने के प्रयास कर रहे हैं। साथ ही, प्रभावित ग्रामीणों के नुकसान का आकलन कर मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।