हरदीबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जर्जर, मरीजों और नवजातों की सुरक्षा खतरे में

कोरबा। जिले के हरदीबाजार विकासखंड पाली अंतर्गत ग्राम पंचायत हरदीबाजार का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जर्जर भवन में तब्दील हो चुका है। छत और दीवारों से पानी का रिसाव, गीले बिस्तर और फर्श, साथ ही सीलिंग पंखे में करेंट आने की समस्या ने मरीजों, खासकर प्रसव माताओं और नवजातों के इलाज को जोखिम में डाल दिया है।

पास की दीपका कोयला खदान में हो रही भारी ब्लास्टिंग ने स्थिति को और गंभीर कर दिया है। स्थानीय लोग और स्वास्थ्य कर्मचारी डर के साये में काम कर रहे हैं, और जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग उठ रही है।

क्या है समस्या?

हरदीबाजार का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दीपका कोयला खदान से महज 90 मीटर की दूरी पर स्थित है। खदान में हो रही भारी ब्लास्टिंग के कारण गर्मियों में स्वास्थ्य केंद्र की छत का प्लास्टर गिरने की घटना हुई थी, जिसमें भर्ती मरीज और कर्मचारी बाल-बाल बचे थे। अब बारिश के मौसम में छत और दीवारों से पानी का रिसाव होने से वार्ड में बिस्तर और फर्श गीले हो रहे हैं। सीलिंग पंखे में पानी के रिसाव से करेंट आने का खतरा बना हुआ है, जिससे मरीजों को भर्ती करना और उनका इलाज करना मुश्किल हो गया है।

खास तौर पर प्रसव माताओं और नवजातों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। सहायक चिकित्सक डॉ. युधेश सांडे ने बताया कि वार्ड में पानी टपकने से बिस्तर और फर्श गीले हो रहे हैं, जिससे मरीजों, खासकर डिलीवरी माताओं और बच्चों को रखना जोखिम भरा है। उन्होंने कहा, “इस संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।”

स्थानीय लोगों की चिंता

स्थानीय लोगों का कहना है कि देर रात अचानक तबीयत खराब होने या प्रसव के लिए स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजों को डर बना रहता है कि कहीं छज्जा न गिर जाए या बरसात में अन्य कोई हादसा न हो जाए। बारिश के मौसम में ऐसी समस्याएं बार-बार सामने आ रही हैं, जिससे मरीजों और कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

प्रशासन की चुप्पी

स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचएमओ) कार्यालय से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सीएचएमओ उपलब्ध नहीं थे और फोन पर भी उनसे संपर्क नहीं हो सका। स्थानीय लोग और कर्मचारी जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।

तत्काल कार्रवाई की जरूरत

हरदीबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जर्जर स्थिति न केवल मरीजों, बल्कि स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए भी खतरा बन चुकी है। क्षेत्र के निवासियों ने मांग की है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर समस्या का तुरंत समाधान करे ताकि मरीजों, खासकर प्रसव माताओं और नवजातों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।