सत्ता और प्रशासन के टकराव से अटके विकास कार्य, जनता परेशान

कोरबा-छुरीकला।नगर पंचायत छुरीकला में सत्ता और प्रशासन के बीच चल रहा टकराव विकास और जनहित के कार्यों में बाधा बन रहा है। नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा अपने हिसाब से कामकाज चलाने की कोशिश और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तालमेल की कमी के कारण क्षेत्र में विकास कार्य ठप पड़े हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सत्ता और प्रशासन का यह “टशन” जल्द खत्म हो, ताकि जनहित के कार्यों को गति मिल सके।

सूत्रों के अनुसार, नगर पंचायत अध्यक्ष ने हाल ही में अपने निवास पर अधिकारियों और मुख्य नगर पंचायत अधिकारी (सीएमओ) को बुलाकर बैठक करने का निर्देश दिया था। हालांकि, सभा कक्ष में सभी पार्षदों और अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित करने की परंपरा के बावजूद, इस कवायद को सीएमओ ने सिरे से खारिज कर दिया। इससे सत्ता और प्रशासन के बीच तनाव और बढ़ गया है।

पूर्व कार्य पूरे, नए कार्यों में मनमानी

पूर्व अध्यक्ष नीलम अशोक देवांगन के कार्यकाल में स्वीकृत कार्यों को अभी पूरा किया जा रहा है, लेकिन वर्तमान अध्यक्ष के कार्यकाल में मनमाने ढंग से कार्य कराए जा रहे हैं। कई वार्डों में हो रहे कार्यों की जानकारी सीएमओ तक को नहीं होती, और कार्यों के बाद भुगतान के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इस मनमानी के कारण प्रशासनिक कामकाज में गतिरोध उत्पन्न हो रहा है, जिसका खामियाजा स्थानीय जनता को भुगतना पड़ रहा है।

जनता की मांग: समन्वय और विकास

नगर पंचायत क्षेत्र के निवासी सत्ता और प्रशासन के बीच समन्वय की कमी से परेशान हैं। वे चाहते हैं कि दोनों पक्ष अपने मतभेदों को दूर कर मूलभूत सुविधाओं और जनहित के कार्यों को प्राथमिकता दें। क्षेत्र में सड़क, पानी, सफाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर जनता में असंतोष बढ़ रहा है।

स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन और नगर पंचायत अध्यक्ष मिलकर काम करें, ताकि विकास की गति तेज हो और जनता की समस्याओं का समाधान हो सके। इस टकराव का समाधान न होने पर क्षेत्र में विकास कार्यों के और प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।