कोरबा में रिकॉर्ड तोड़ बारिश: 117% अधिक वर्षा, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट

कोरबा में मानसून का कहर

कोरबा। जिले में इस बार मानसून ने सभी अनुमानों को ध्वस्त करते हुए रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की है। जिला कार्यालय (भू-अभिलेख शाखा) की 24 जुलाई 2025 की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, 1 जून से अब तक कुल 6694.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले 10 वर्षों के औसत 5700.5 मिमी से 117% अधिक है। कोरबा मुख्यालय में तो स्थिति और भी चौंकाने वाली है, जहां औसत से 190% अधिक बारिश दर्ज की गई, जो पिछले एक दशक में सर्वाधिक है।

तहसीलवार वर्षा के आंकड़े

कोरबा: 704.4 मिमी (10 वर्ष का औसत: 504.9 मिमी, वृद्धि: 189.5%)

दर्री: 704.1 मिमी (10 वर्ष का औसत: 475.0 मिमी, वृद्धि: 148.2%)

भैसमा: 571.9 मिमी (10 वर्ष का औसत: 491.1 मिमी, वृद्धि: 186.5%)

पोड़ी उपरोड़ा: 584.0 मिमी (10 वर्ष का औसत: 444.6 मिमी, वृद्धि: 181.4%)

मौसम विभाग की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 25 से 27 जुलाई तक कोरबा जिले के कटघोरा, करसिया, पोड़ी उपरोड़ा और पाली क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी जारी की है। इन क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसके तहत भारी बारिश और बाढ़ की संभावना जताई गई है।

अत्यधिक बारिश का कारण

विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बार-बार बन रहे निम्न दबाव के क्षेत्र छत्तीसगढ़ की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे दक्षिण-पश्चिम मानसून अत्यंत सक्रिय है। पश्चिमी विक्षोभ भी वातावरण में नमी बनाए हुए हैं, जिसके चलते कोरबा वर्षा पथ का केंद्र बन गया है।

किसानों के लिए वरदान, बाकियों के लिए मुसीबत

यह भारी बारिश धान की बुआई के लिए किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। हालांकि, जिन खेतों में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है, वहां जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में जलजमाव के कारण सड़कें और पुल-पुलिया बाधित हो रहे हैं, जिससे आवागमन और संचार व्यवस्था प्रभावित हुई है। कोरबा शहर के कई वार्डों में जलभराव की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं।

बाढ़ की संभावना और सावधानियां

अत्यधिक वर्षा के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। नागरिकों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है:

नदियों और नालों के पास न जाएं।

फसल सुरक्षा के लिए जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

बिजली की लाइनों और जलजमाव वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखें।

कोरबा में इस बार की रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने जहां खेती के लिए अनुकूल स्थिति बनाई है, वहीं जलभराव और बाढ़ की आशंका ने जनजीवन को प्रभावित किया है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन और नागरिकों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की जरूरत है।