कोरबा-रजगामार मार्ग: गड्ढों का संग्रहालय बना सड़क, जनता में आक्रोश

कोरबा। कोरबा से रजगामार की ओर जाने वाला मार्ग अब सड़क कम और गड्ढों का संग्रहालय ज्यादा नजर आता है। वर्षों से खस्ताहाल इस सड़क की स्थिति बारिश ने और बिगाड़ दी है, जिससे वाहन चालकों के लिए यह रास्ता किसी बाधा दौड़ से कम नहीं रह गया। गड्ढे इतने गहरे हैं कि स्थानीय लोग उन्हें ‘छोटा गड्ढा’ और ‘बड़ा गड्ढा’ जैसे नाम देने लगे हैं। दोपहिया वाहन चालक स्टंट शो जैसा महसूस करते हैं, तो चारपहिया वाहन मालिक अपने वाहनों के सस्पेंशन के लिए प्रार्थना करने को मजबूर हैं।

इस मार्ग की देखरेख की जिम्मेदारी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) कोरबा एरिया और रजगामार उपक्षेत्र की है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता से जनता में नाराजगी बढ़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारी या तो आंखें मूंदे हुए हैं या हेलिकॉप्टर से सफर करते हैं। सबसे निराशाजनक बात यह है कि जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। जनता सवाल उठा रही है कि क्या जनप्रतिनिधियों को सिर्फ उद्घाटन और मुस्कुराने के लिए चुना गया था?

वाहन मालिकों की बढ़ती मुश्किलें

खराब सड़क के कारण वाहनों को भारी नुकसान हो रहा है। गड्ढों की वजह से कमानी पट्टा, शॉक अब्जॉर्बर और अन्य महंगे स्पेयर पार्ट्स क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। छोटी गाड़ियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय दुकानों में वाहनों की मरम्मत के मामले बढ़ गए हैं, जहां लोग बार-बार एक ही समस्या के साथ पहुंच रहे हैं। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि इस तरह के नुकसान को न तो उपभोक्ता फोरम में पेश किया जा सकता है और न ही किसी अन्य मंच पर क्लेम किया जा सकता है।

जनता में गुस्सा, आंदोलन की चेतावनी

लोगों की नाराजगी एसईसीएल के प्रति बढ़ रही है, जो इस सड़क की मरम्मत के लिए जिम्मेदार है। स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो उन्हें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ेगा।

जनता का कहना है कि सरकारी वादों में ‘गड्ढा मुक्त सड़कें’ हर साल का सपना बनकर रह गया है, लेकिन कोरबा- रजगामार मार्ग पर गड्ढे ही सड़क की पहचान बन गए हैं।

स्थानीय लोगों ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि जल्द ही इस मार्ग को ‘जलभराव पर्यटन स्थल’ घोषित कर दिया जाएगा। जनता अब ठोस कार्रवाई और सड़क की मरम्मत की मांग कर रही है।